गिरिडीहः 2019 के चुनाव में जब भाजपा गिरिडीह जिले के सभी पांच सीट हार गई थी तो उस वक्त जमुआ ही इकलौती सीट थी जहां भाजपा के झंडा को केदार हाजरा ने बुलंद किया था. महागठबंधन की घेराबंदी को तोड़कर केदार इस सीट से निर्वाचित हुए थे. उस चुनाव में केदार की टक्कर कांग्रेस की नेत्री मंजू देवी से हुई थी. केदार ने मंजू को 18175 मत से हराया था.
इस बार यहां उम्मीदवार को लेकर उधेड़बुन बना हुआ है. जहां केदार हाजरा वर्तमान में विधायक हैं और टिकट के प्रबल दावेदार. वहीं टिकट घोषणा से ठीक पहले मंजू देवी ने भाजपा का दामन थाम लिया है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के द्वारा भी यहां पर उम्मीदवार क्लियर नहीं किया गया है. वैसे यहां एक बात साफ है कि इस सीट पर जंग एनडीए बनाम इंडिया ही होगी.
तीन बार विधायक रहे केदार
यहां एक बात और बता दें कि इस सीट पर भाजपा की टिकट पर केदार हाजरा तीन बार निर्वाचित हुए हैं. पहली दफा 2005 में केदार ने जीत दर्ज की थी. 2005 के चुनाव में केदार ने जेएमएम के चन्द्रिका को 5134 मत से हराया था. 2009 के चुनाव में चंद्रिका महथा जेवीएम की टिकट पर चुनाव लड़े और जीत दर्ज किए. 2009 के चुनाव में केदार तीसरे स्थान पर रहे. इस चुनाव में केदार को महज 19439 मत मिला था.
2014 के चुनाव में केदार पुनः भाजपा के उम्मीदवार बने. इस चुनाव में केदार ने वापसी की. केदार को 56027 मत मिला. 2014 के चुनाव में केदार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंन्दी जेवीएम के सत्यनारायण दास को 23100 मत से पराजित किया था. 2019 में भाजपा ने फिर से केदार को उम्मीदवार बनाया. इस बार केदार की टक्कर कांग्रेस की टिकट से खड़ी मंजू देवी से हुई. हालांकि जीत केदार की हुई.