खूंटी: मानव तस्करी की शिकार सात बच्चियों को दिल्ली, राजस्थान और पंजाब के विभिन्न जिलों से रेस्क्यू कर लौटने के बाद महिला थाना प्रभारी फुलमनी टोप्पो ने एक नई पहल की शुरुआत की है. थाना प्रभारी बच्चियों को जागरूक करने के लिए स्कूल जा रही है. दूरस्थ इलाकों तक पहुंच बनाकर एएचटीयू सह महिला थाना प्रभारी फुलमनी टोप्पो ने कस्तूरबा स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों को लोभ लालच से बचने और वैसे परिजनों से सावधान रहने को लेकर टिप्स दी. एएचटीयू सह महिला थाना प्रभारी फुलमनी टोप्पो मुरहू थाना क्षेत्र स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंची. जहां छात्राओं के बीच महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध, सामाजिक कुरीतियों, ढुकु प्रथा, मानव तस्करी सहित कई अपराधों को लेकर जानकारी दी गई.
थाना प्रभारी ने अपराधियों से बचने की दी टिप्स
थाना प्रभारी ने छात्राओं को बताया कि यह जरूरी नहीं है कि तस्कर बाहर के ही हों. उन्होंने बताया कि ज्यादातर परिवार औरगभव समाज के लोग होते हैं, जो गरीबी का फायदा उठाकर लालच और ज्यादा पैसा देने का प्रलोभन देते हैं और फिर उसे ले जाते हैं. इसके बाद बाहरी राज्यों में बेचकर फरार हो जाते हैं. इस दौरान वैसे बच्चियां यौन शोषण का शिकार होती है. इसके अलावा दूसरे के घरों में खाना बनाना, कपड़ा धोना और बच्चों को संभालना सहित कई अन्य तरह के काम करवाया जाता है. भूखे प्यासे रहकर दूसरे के घरों में काम करना मजबूरी बन जाती है.