रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में धीमी मतदान गति के कारण कई लोग मतदान नहीं कर सके. जिसे लेकर लोगों का गुस्सा फूट गया और जमकर हंगामा हुआ. आक्रोशित कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थक मतदान केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गए. हालांकि, पुलिस ने भीड़ पर तीन बार लाठीचार्ज किया. जिससे मौके पर भगदड़ मची. जिसमें महिला समेत दो लोग चोटिल भी हुए. लेकिन इसके बाद भी भीड़ मौके पर जुटकर नारेबाजी करती रही. पुलिस ने देर शाम बलपूर्वक धरने पर बैठे लोगों को हटाते हुए मतदान पेटियों के साथ टीम को रवाना कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, रुड़की नगर निगम क्षेत्र के मच्छी मोहल्ला मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में संत कबीर जूनियर पब्लिक स्कूल को मतदान केंद्र बनाया गया था. हालांकि इस मतदान केंद्र का क्षेत्र काफी छोटा था. मतदान केंद्र पर 7526 मतदाता दर्ज हैं. गुरुवार सुबह से ही लोग मतदान करने के लिए लाइन में लगे हुए थे.
बताया गया है कि यहां पर मतदान की इतनी धीमी गति थी कि दोपहर तक मात्र 250 वोट ही डल पाए. जिसे लेकर निर्दलीय प्रत्याशी के पति यशपाल राणा ने मौके पर जाकर मतदान की धीमी गति पर रोष जताया. लेकिन इसके बाद भी मतदान की धीमी गति बनी रही. शाम करीब साढ़े तीन बजे मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं की सड़क पर करीब 500 मीटर लंबी लाइन लग गई. मतदान के लिए काफी संख्या में महिलाएं भी लाइन में लगी हुई थी. लेकिन जैसे ही साढ़े चार बजे लोगों का सब्र जवाब दे गया. मतदान केंद्र के अंदर करीब 450 लोगों के आने के बाद मतदान केंद्र का गेट बंद कर दिया गया.
वहीं, मतदान केंद्र पूरी तरह से भर गया था. लोगों ने मतदान के लिए अंदर जाने की जिद की तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि मजिस्ट्रेट के निर्देश के चलते गेट बंद किया गया है. इसके बाद लोगों ने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. वहीं मतदान केंद्र के बाहर करीब ढाई हजार से अधिक लोग मतदान के लिए लाइन में लगे हुए थे. उधर सूचना मिलने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के पति यशपाल राणा मौके पर पहुंचे और लोगों को मतदान कराने के लिए पीठासीन अधिकारी से मांग की. लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इसके बाद वह गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए. इसके बाद भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी.