हजारीबागः जिला में मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड काफी सुर्खियों में है. इसे लेकर मृतक के परिजन धरना प्रदर्शन से लेकर आंदोलन की चेतावनी तक दे दी है. इस मामले का खुलासा जल्द से जल्द करने की मांग उनके परिजन और कई सामाजिक संस्था के द्वारा की जा रही है. पुलिस की मानें तो दोनों हत्याकांड के उद्भेदन को लेकर बहुत करीब तक पहुंचा जा चुका है. आने वाले कुछ दिनों के अंदर खुलासा भी हो जाएगा.
हजारीबाग में पिछले चार हत्याकांड में से एक हत्याकांड का खुलासा जिला पुलिस ने कर लिया है. पिछले दिनों दीपक सिंह हत्या मामले का उद्भेदन कर लिया गया है. लेकिन अभी-भी तीन हत्याकांड ऐसे हैं, जिनकी चर्चा हर एक की जुबान पर है. जिसमें मंजीत यादव और उदय साव हत्याकांड प्रमुख हैं. मंजीत यादव हजारीबाग रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. वहीं उदय शाह कांग्रेस नेता और पूर्व मुखिया भी रहे हैं. इन दोनों को अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.
इसे लेकर उनके परिवार वाले प्रदर्शन और धरना दे रहे हैं तो कई सामाजिक संस्था प्रशासन पर दबाव बनाए हुए है कि जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा हो. हजारीबाग पुलिस की मानें तो वे इस हत्याकांड के खुलासे के बहुत नजदीक पहुंच चुके हैं. इसे लेकर दो टीम हजारीबाग से बाहर कैंप भी कर रही है. दोनों हत्याकांड की जांच को अगर देखा जाए तो दर्जनों लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.
पुलिस सूत्र की मानें तो यह दोनों हत्या कोयला और जमीन को लेकर वर्चस्व कायम करने से जुड़ा है. इस मामले में पुलिस को जेपी कारा में बंद कुछ संदिग्ध बंदियों से भी इनपुट मिले हैं. इसके अलावा इन दोनों हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए हजारीबाग जिला में पूर्व में पदस्थापित रहे पुलिस पदाधिकारियों से भी हजारीबाग पुलिस ने इनपुट लिया है. इसमें सिरसी की एक विवादित जमीन और बेश रेशाम का कोयला साइडिंग से हत्या का तार जुड़े होने की आशंका है. हत्या से करीब 10 दिन पहले मंजीत यादव ने एक जमीन भी रजिस्ट्री करवायी थी. जांच में इन बिंदुओं को भी शामिल किया गया है.