चमोली: पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से चारधाम यात्रा के वाहनों के आवागमन पर रात 10 से सुबह 4 बजे तक प्रतिबंध लगा दिया दिया है. यह आदेश मानसून सत्र में लागू रहेगा. बदरीनाथ हाईवे में कई स्थान संवेदनशील डेंजर जोन में हैं, ऐसे में बरसात के मौसम में कभी भी हाईवे में मलबा आ सकता है.
बदरीनाथ हाईवे पर गौचर के समीप कमेड़ा, मैठाणा, चमोली चाढ़ा, बाजपुर, बिरही चाढ़ा, भनेर पानी, टंगणी के निकट पागल नाला, जोगी धारा, मारवाड़ी, टैय्या पुल, हनुमान चट्टी से लेकर कंचन गंगा, रडांग ग्लेशियर प्वाइंट तक बरसात और चट्टानों से बोल्डर,पत्थर, मलबा आने का खतरा बना रहता है और यह क्षेत्र काफी संवेदनशील है.
पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सैनी ने बताया कि मानसून सत्र को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रात दस बजे से सुबह चार बजे तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है. चमोली के प्रवेश द्वार गौचर में बैरियर लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर यात्रियों ने अग्रिम स्टेशनों की पहले से बुकिंग की है तो उन परिस्थितियों को देखते हुए यथा स्थिति अनुसार निर्णय लिया जाएगा. पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सैनी द्वारा सभी को सतर्कता बरतने व चार धाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं से सहयोग करने को कहा गया है.
बता दें कि मानसून सीजन में पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने का खतरा बना रहता है. जो अक्सर हादसों को दावत देते रहते हैं. इन दिनों चारधाम यात्रा अपने चरम पर है और काफी तादाद में लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से ये फैसला लिया है.
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