जयपुर.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयपुर दौरे से पहले सोमवार अल सुबह पुलिस ने एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखर समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. एनएसयूआई पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं के घरों के बाहर पुलिस जाप्ता भी तैनात कर दिया गया है. एनएसयूआई ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के मामले को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है. हालांकि इस मामले पर पुलिस के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.
एनएसयूआई के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुकेश नाराणिया के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले एनएसयूआई के पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने उनके आवास से डिटेन कर लिया है. एनएसयूआई राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ को बिना किसी ठोस कारण के उनके आवास से डिटेन कर लिया गया. उनके घर के बाहर पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया है. कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश भर में लोकतांत्रिक अधिकारों का खुलेआम हनन किया जा रहा है. इसके साथ ही एनएसयूआई के कई कार्यकर्ताओं को भी उनके घरों से पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस तरह की कार्रवाई सरकार की अलोकतांत्रिक और दमनकारी मानसिकता को दर्शाती है. युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. युवाओं को रोजगार और स्थाई नौकरियों की जरूरत है, ना कि काले झंडे दिखाने को नजरबंद करने की. प्रधानमंत्री के दौरे पर विरोध का दमन नहीं, बल्कि रोजगार देने की चर्चा होनी चाहिए. देश के युवाओं की आवाज दबाई नहीं जा सकती है.