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बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरफ्तार, मृत को जीवित बताकर कराते पॉलिसी, यस बैंक के दो डिप्टी मैनेजर देते साथ - SAMBHAL INSURANCE FRAUD

संभल एएसपी उत्तरी श्रीश चंद्र के कार्यालय में एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने फर्जीवाड़े का खुलासा किया.

संभल में बीमा पॉलिसी के फर्जीवाड़े का पुलिस ने खुलासा किया.
संभल में बीमा पॉलिसी के फर्जीवाड़े का पुलिस ने खुलासा किया. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 20, 2025, 7:26 PM IST

संभल : बीमा क्लेम के करोड़ों रुपये हड़पने वाले 6 शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियो में यस बैंक के दो डिप्टी मैनेजर और ईस्ट इंडिया इन्वेस्टिगेशन कंपनी के मालिक सहित 6 आरोपी शामिल हैं.

गुरुवार को संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने मामले का खुलासा किया. एसपी ने बताया कि आरोपियों ने 12 राज्यों में गैंग बना रखी थी. अभी तक करीब 15 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. गिरोह के सदस्य जीवन बीमा के साथ-साथ पीएम जीवन ज्योति बीमा के क्लेम भी हड़प लेते थे.

PMJJB में कराते बीमा: गिरोह के सदस्य प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJB) के तहत मृत लोगों का बीमा कर धोखाधड़ी करते थे. इस योजना के तहत 2 लाख का बीमा कवर प्राप्त होता था, जिससे उन्होंने विभिन्न फर्जी दस्तावेज तैयार किए.

मृत व्यक्ति के परिवार को सरकारी योजना का फायदा दिलाने के नाम पर पूरी जानकारी ले लेते. इसके बाद बैंक में अकाउंट खोलते. सबसे हैरानी की बात ये होती की मृत व्यक्ति के परिवार को अकाउंट खोलने की जानकारी तक नहीं देते.

ओटीपी के लिए अलग से सिम लेते: मोबाइल पर ओटीपी के लिए सिम भी अलग से लेते. इसके बाद गैंग एक पॉलिसी से दो से तीन पॉलिसी अलग-अलग बना देता. सिम देने वाले युवक और मृत व्यक्ति के बारे में बताने वाली आशा वर्कर को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया, गुरुवार को पकड़े गए आरोपियों में शामिल ईस्ट इंडिया इन्वेस्टिगेशन कंपनी का मालिक शैलेंद्र कुमार है. कंपनी का काम वैरिफिकेशन करने का था. इसके लिए उसे केस वैरीफाई करने के लिए ग्राउंड पर जाना होता.

हड़प लेते बीमा पॉलिसी: इसके लिए कंपनी को प्रति केस 200 रुपये मिलता. शैलेंद्र गैंग में शामिल बैंक के कर्मचारियों के साथ मिलकर 10 से 20 लाख रुपये हड़प लेता. जिसके नाम पर पॉलिसी होती उसे कुछ नहीं मिलता.

एसपी ने बताया, शैलेंद्र ने सिर्फ यूपी में एक साल में 200 से 250 केस में फर्जीवाड़ा किया है. गैंग में शामिल यस बैंक के डिप्टी मैनेजर नितिन चौधरी और अभिनेश पाठक बीमा का पैसा रिलीज करते. फिर आपस में पैसा बांट लेते.

आरोपियों के पास से कई सील, बैंक के फॉर्म, बैंक के अकाउंट व बीमा खुलवाने के फॉर्म और काफी डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं. एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि ईस्ट इंडिया इन्वेस्टिगेशन कंपनी के मालिक शैलेन्द्र कुमार के अलावा 15 लोगों को पकड़ा गया है.

अलीगढ़ में एटीएम में धोखाधड़ी करने वाले गिरफ्तार:उधर, अलीगढ़ पुलिस ने एटीएम से रुपये निकालने वाले एक गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी रोरावर, गांधी पार्क और बन्ना देवी इलाके में सक्रिय थे और एटीएम में छेड़छाड़ कर लोगों से ठगी करते.

अलीगढ़ में एटीएम में फ्रॉड करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. (Photo Credit; ETV Bharat)

पुलिस ने बताया, गैंग के सदस्य एटीएम में प्लास्टिक की डिवाइस फंसा देते थे, जिससे निकासी स्लॉट ब्लॉक हो जाता था. जब कोई कस्टमर एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश करता, तो पैसे फंस जाते और बाहर नहीं निकलते.

कस्टमर को लगता कि उसका ट्रांजैक्शन फेल हो गया है और वह बिना पैसे लिए वापस चला जाता. बाद में, आरोपी एटीएम में जाकर उस प्लास्टिक डिवाइस से फंसे हुए रुपये निकाल लेते और मौके से फरार हो जाते.

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