लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुलतानपुर में होने जा रहे साध्वी ऋतंभरा के प्रवचन कार्यक्रम में शामिल होने जाएंगे. 26 फरवरी से 28 फरवरी के बीच किसी भी दिन मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराएंगे. यह जानकारी उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने प्रेस वार्ता में दी.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि साध्वी ऋतंभरा सनातन धर्म की अमिट ध्वजवाहक और वात्सल्य ग्राम की संस्थापक हैं. उन्हें लोकप्रिय रूप से दीदी मां के नाम से जाना जाता है. वात्सल्य ग्राम बेघर महिलाओं और अनाथ बच्चों का घर है जो प्रेम पूर्ण और सौम्य वातावरण प्रदान करने के लक्ष्य से एक साथ रखे जाते हैं. उन्होंने महिला अधिकारों के प्रति भी काम किया है. साध्वी ऋतंभरा एक दीदी के साथ-साथ लोगों के लिए मां भी हैं. उनके मातृ स्नेह ने लाखों हृदयों को छुआ है.
परिवहन मंत्री ने बताया कि पद्म भूषण सम्मान से विभूषित किए जाने के बाद साध्वी दीदी मां ऋतंभरा का उत्तर प्रदेश की पावन भूमि पर पहले सार्वजनिक अभिनंदन समारोह और तीन दिवसीय श्री राम कथा का कार्यक्रम रखा गया है. यह आयोजन अयोध्या मंडल के सुल्तानपुर जिले के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान केआर इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित किया जाएगा. केआर चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में विद्यालय के अध्यक्ष केआर राय और डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार शुक्ला की तरफ से आयोजन किया जा रहा है. सिर्फ धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जिसमें देश और प्रदेश के प्रतिष्ठित संत, विद्वान, राजनेता और समाजसेवी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि साध्वी ऋतंभरा राम मंदिर निर्माण आंदोलन की मुख्य आंदोलनकर्ता रही हैं. 1990 और 1992 के दौरान जब राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन अपने चरम पर था. साध्वी ऋतंभरा का ओजस्वी स्वर हिंदू समाज को जागृत कर रहा था. 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी प्रखर वाणी ने हिंदू समाज में जोश और जागरूकता भर दी थी. उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए गए, लेकिन उन्होंने हर कठिनाई का सामना धैर्य और संकल्प के साथ किया.