नई दिल्ली: भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक 'फूल वालों की सैर' का समापन समारोह जहाज महल में आयोजित किया गया. इस मौके पर सीएम आतिशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जिन्होंने इस महोत्सव के महत्व को रेखांकित किया. आतिशी ने कहा कि 'फूलवालों की सैर' सिर्फ एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह दिल्ली की सैकड़ों साल पुरानी गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक है. उन्होंने कहा, "यह त्योहार आज के दौर में इंसानियत का पैगाम देता है और लोगों को एक साथ लाने का माध्यम बनता है.
सीएम आतिशी ने दिल्ली की विशेषताओं को उजागर करते हुए कहा कि दिल्ली दिलवालों का शहर है, जहां लोग नफरत की दीवारें नहीं खड़ी करते. यहाँ हर धर्म और जाति के लोग मिलकर त्योहार मनाते हैं. उन्होंने अपने बचपन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी के परिसर में सभी समुदाय के त्योहार एक साथ मनाए जाते थे.
समारोह में भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें कव्वाली की प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं. सीएम ने कहा कि ऐसे उत्सव हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखते हैं और समाज में एकता को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने चिंता व्यक्त की कि वर्तमान समय में विभाजन की कोशिशें बढ़ रही हैं. हमें भाषा, धर्म और जाति के नाम पर विभाजित करने की बजाय इंसानियत की पहचान बनानी चाहिए. उन्होंने राजनीति में विभाजनकारी नीतियों की आलोचना की और नेताओं से अपील की कि वे समाज के विकास के लिए काम करें.
फूल वालों की सैर (ETV Bharat) सीएम आतिशी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार ने लोगों की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ी है, चाहे वह बिजली, पानी, शिक्षा या स्वास्थ्य सेवाएं उन्होंने आशा व्यक्त की कि दिल्ली की जनता का प्यार और आशीर्वाद आगे भी बना रहेगा. आतिशी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा ''फूलवालों की सैर ने हमारी गंगा-जमुनी तहज़ीब को कायम रखा है. यह त्यौहार नफरत को छोड़कर इंसानियत को जोड़ने का माध्यम है. इस समारोह ने दिल्ली की एकता और विविधता का असली चेहरा प्रस्तुत किया. जिससे यह साबित हुआ कि मानवता का संदेश हमेशा जीवित रहना चाहिए."
ये भी पढ़ें:
- Delhi: भारतीय संस्कृति और एकता के परिचायक 'फूल वालों की सैर' उत्सव का हुआ शुभारंभ
- Delhi: CM आतिशी ने दिल्ली स्टेट स्कूल गेम्स का किया शुभारंभ, बोलीं- खेलों को बढ़ावा देगी AAP सरकार