भोपाल: आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष विभागों की सेवाएं जोड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ इंडिया के मुख्य कानूनी सलाहकार एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय ने यह पीआईएल लगाई है. आयुष को भारत की सबसे बड़ी स्वास्थ योजना आयुष्मान भारत के अंतर्गत लाने के पीआईएल में सभी संबंधित केंद्रीय विभागों एवं सभी राज्य के संबंधित विभागों को पार्टी बनाया गया है.
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से ईलाज कराना महंगा
आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हरेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति जैसे रसायन चिकित्सा, पंचकर्म, शल्यक्रिया आदि काफी महंगी होती है. वहीं मरीज आयुष की अन्य चिकित्सा पद्धति से भी उपचार कराते हैं. लेकिन ईलाज का मंहगा खर्च मरीज को ही उठाना पड़ता है. भदौरिया ने बताया कि आयुष को आयुष्मान योजना से जोड़ने पर आयुष विभाग को एक बल मिलेगा और सामान्य जनमानस को आयुष के अन्य विभागों में चिकित्सा सेवाओं को लेने के लिए आर्थिक सहायता मिलेगी.
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