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डिजिटल अरेस्ट का शिकार BSF इंस्पेक्टर को मिला 10 लाख, पुलिस की एक ट्रिक आई काम - GWALIOR CYBER ​​FRAUD

साइबर ठगों से निपटना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बनता जा रहा है.उससे भी तेजी से लोग इन साइबर ठगों का शिकार बन जाते हैं.

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डिजिटल अरेस्ट का शिकार BSF इंस्पेक्टर की जान में आई जान (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 28, 2025, 10:25 PM IST

Updated : Jan 29, 2025, 11:19 AM IST

ग्वालियर: ग्वालियर में बीते दिनों डिजिटल अरेस्ट हुए बीएसएफ इंस्पेक्टर के साथ हुए 71 लाख के साइबर फ्रॉड मामले में पीड़ित को राहत मिली है. पुलिस ने फरियादी के 10 लाख रुपये रिकवर करा दिए हैं. हालांकि अब भी 61 लाख रुपये का पता नहीं चला है, लेकिन साइबर पुलिस लगातार इन साइबर ठगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.

डिजिटल अरेस्ट कर कराए थे 71 लाख ट्रांसफर

असल में फरियादी अबसार अहमद और ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित BSF अकादमी की वायरलेस शाखा में पदस्थ है. साइबर ठगों ने उन्हें दिसंबर के पूरे माह डिजिटल अरेस्ट कर करीब 71 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए थे. इस दौरान ठगों की बातों में आए पीड़ित ने अपने घरवालों को भी किसी तरह की जानकारी नहीं दी. आखिर में जनवरी के पहले हफ्ते में जब बेटे ने इस बात का अंदाजा लगाया, तब जाकर साइबर ठगी की बात खुलकर सामने आई. जिसके बाद ग्वालियर पहुंच कर पीड़ित पिता पुत्र ने पुलिस में शिकायत कर अपने साथ हुई साइबर ठगी की जानकारी दी थी.

दूसरे राज्यों के बैंक खातों में ट्रांसफर हुआ था पैसा

देश की सुरक्षा में शामिल कर्मचारी के साथ इस तरह की घटना घट जाने के बाद पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया. केस में एसटीएफ बनाकर साइबर पुलिस ने जांच शुरू की. पता चला कि इस मामले में ठगी कर पैसा जिन खातों में भेजा गया है, वो दूसरे प्रदेशों के हैं, ये सभी खाते केरल बिहार झारखंड के बताए गए थे.

पुलिस की सक्रियता से मिले 10 लाख

ताजा जानकारी के अनुसार इस केस की इन्वेस्टिगेशन कर रही टीम ने पीड़ित बीएसएफ इंस्पेक्टर के खाते से जिन खातों में पैसा ट्रांसफर कराया था. उन्हें फ्रीज करा दिया था. जिससे की पैसा उनसे ना निकाला जा सके. इन खातों में से एक बैंक खाते में 10 लाख रुपये जमा थे. अब पुलिस ने सारी बैंक फॉर्मालिटी पूरी कर फरियादी के ये 10 लाख रुपये वापस करा दिए हैं. हालांकि पुलिस अब बाकी बचे हुए 61 लाख रुपये और आरोपी साइबर ठगों की जानकारी जुटाने में जुटी हुई है.

ग्वालियर: ग्वालियर में बीते दिनों डिजिटल अरेस्ट हुए बीएसएफ इंस्पेक्टर के साथ हुए 71 लाख के साइबर फ्रॉड मामले में पीड़ित को राहत मिली है. पुलिस ने फरियादी के 10 लाख रुपये रिकवर करा दिए हैं. हालांकि अब भी 61 लाख रुपये का पता नहीं चला है, लेकिन साइबर पुलिस लगातार इन साइबर ठगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.

डिजिटल अरेस्ट कर कराए थे 71 लाख ट्रांसफर

असल में फरियादी अबसार अहमद और ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित BSF अकादमी की वायरलेस शाखा में पदस्थ है. साइबर ठगों ने उन्हें दिसंबर के पूरे माह डिजिटल अरेस्ट कर करीब 71 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए थे. इस दौरान ठगों की बातों में आए पीड़ित ने अपने घरवालों को भी किसी तरह की जानकारी नहीं दी. आखिर में जनवरी के पहले हफ्ते में जब बेटे ने इस बात का अंदाजा लगाया, तब जाकर साइबर ठगी की बात खुलकर सामने आई. जिसके बाद ग्वालियर पहुंच कर पीड़ित पिता पुत्र ने पुलिस में शिकायत कर अपने साथ हुई साइबर ठगी की जानकारी दी थी.

दूसरे राज्यों के बैंक खातों में ट्रांसफर हुआ था पैसा

देश की सुरक्षा में शामिल कर्मचारी के साथ इस तरह की घटना घट जाने के बाद पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया. केस में एसटीएफ बनाकर साइबर पुलिस ने जांच शुरू की. पता चला कि इस मामले में ठगी कर पैसा जिन खातों में भेजा गया है, वो दूसरे प्रदेशों के हैं, ये सभी खाते केरल बिहार झारखंड के बताए गए थे.

पुलिस की सक्रियता से मिले 10 लाख

ताजा जानकारी के अनुसार इस केस की इन्वेस्टिगेशन कर रही टीम ने पीड़ित बीएसएफ इंस्पेक्टर के खाते से जिन खातों में पैसा ट्रांसफर कराया था. उन्हें फ्रीज करा दिया था. जिससे की पैसा उनसे ना निकाला जा सके. इन खातों में से एक बैंक खाते में 10 लाख रुपये जमा थे. अब पुलिस ने सारी बैंक फॉर्मालिटी पूरी कर फरियादी के ये 10 लाख रुपये वापस करा दिए हैं. हालांकि पुलिस अब बाकी बचे हुए 61 लाख रुपये और आरोपी साइबर ठगों की जानकारी जुटाने में जुटी हुई है.

Last Updated : Jan 29, 2025, 11:19 AM IST
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