रामगढ़: जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के विद्यानगर मोहल्ले में गुरुवार को लूट के बाद सुशीला देवी नामक बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद पूरे मोहल्ले में भय का माहौल है. पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. जिसके बाद पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
दरअसल, गुरुवार को लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरों ने बुजुर्ग महिला की चाकू से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद लुटेरों ने घर के एक कमरे में आग भी लगा दी और फरार हो गए. जिस रास्ते से वे घटना को अंजाम देकर भागे, उस घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में चारों संदिग्ध हत्यारों की तस्वीर कैद हो गई. सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो में मोहल्ले के लोगों द्वारा पुलिस को बताए गए हुलिए से चारों (युवक और युवती) का हुलिया मेल खा रहा है.
सीसीटीवी कैमरे से पता चलता है कि संदिग्ध लुटेरे करीब नौ बजे अलग-अलग रास्तों से सुशीला निवास पहुंचे और फिर करीब 9:40 बजे एक-एक कर, जल्दबाजी में, एक के बाद एक सुनसान गली से होते हुए खेत की ओर जाने लगे. इनमें तीन युवक और एक युवती दिख रहे हैं. उनके पास बैग और पर्स भी मौजूद था.
अशर्फी प्रसाद की बेटी अलका पाल ने रामगढ़ थाने में आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है. आवेदन में अलका ने लिखा है कि उसके पिता अशर्फी प्रसाद 29 मई को अपनी दो नतनी को छोड़ने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर गए थे. उनके पिता को उनके दामाद कमल कुमार पाल ने बरकाकाना स्टेशन पर छोड़ा था. इसके बाद अलका भी 30 मई की सुबह साढ़े सात बजे मेदांता अस्पताल में ड्यूटी के लिए निकल गईं. अलका मेदांता अस्पताल में बायोमेडिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं.
उन्होंने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे तक उनकी अपनी मां सुशीला देवी से बात हुई और मां ने उन्हें बताया कि दाई घर की सफाई कर रही है. इसके बाद 10:10 बजे मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उनके घर की छत से धुआं निकल रहा है. घर में आग लगी हुई है और दरवाजा खटखटाने के बाद भी अंदर से कोई जवाब नहीं दे रहा है.