आदिवासी दुष्कर्म पीड़िता के इंसाफ को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव
People angry over Gang rape मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में इंसाफ नहीं मिलने से ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर अपना विरोध जताया है. Manendragarh Chirmiri Bharatpur
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: करीब 5 महीने पहले एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ. यही नहीं युवती से दुष्कर्म के बाद तेजाब भी फेंका गया. अब यह युवती जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है.
जिंदगी की जंग लड़ रही पीड़िता: यह मामला खड़गवां थाना क्षेत्र का है. तेजाब की वजह से युवती का पूरा शरीर झुलस गया है. ग्रामीणों ने युवती को अस्पताल में भर्ती कराया. करीब 20 दिन तक इलाज से कोई फायदा नहीं मिला तो युवती को रायपुर ले जाया गया. करीब 5 महीने से युवती का इलाज चल रहा है.
5 महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं: आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और एसिड अटैक की घटना को लेकर ग्रामीणों ने नजदीकी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. ग्रामीणों का आरोप है कि अबतक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
इलाज की व्यवस्था न होने से ग्रामीण नाराज: पीड़िता के विशेष इलाज तक की व्यवस्था न होने से ग्रामीण नाराज हैं. ग्रामीणों का गुस्सा अब शासन प्रशासन पर फूटा है. आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
रिपोर्ट दर्ज कराई गई. आरोपियों को हिरासत में लिया गया. आरोपियों के परिजनों ने पीड़िता को धमकी भी दिया. रायपुर के डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि एसिड अटैक हुआ है, लेकिन शासन प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. - डॉ एलेक्स उदय, प्रदर्शनकारी
ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी: पीड़िता को राहत नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है. ग्रामीणों ने यह सवाल भी उठाया है कि एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म करने के बाद तेजाब फेंक कर उसे घायल कर देने की शर्मनाक करतूत के बाद भी शासन प्रशासन आखिर मौन क्यों है?