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पीसीएस जे 2022 का संशोधित रिजल्ट जारी, 2 नए अभ्यर्थियों का चयन, मेरिट बदली, कॉपियों की अदला-बदली पर कोर्ट पहुंचा था मामला - UPPSC PCS J revised Result 2022

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की ओर से पीसीएस जे 2022 का संशोधित परिणाम जारी कर दिया गया है. परिणाम आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है. कुल 303 पदों के लिए सफल अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई है.

पीसीएस जे 2022 का संशोधित रिजल्ट जारी.
पीसीएस जे 2022 का संशोधित रिजल्ट जारी. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 31, 2024, 11:19 AM IST

Updated : Aug 31, 2024, 12:17 PM IST

प्रयागराज :उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने पीसीएस जे 2022 का संशोधित परिणाम जारी कर दिया है. शुक्रवार की रात जारी किए गए इस संशोधित परिणाम में 303 पदों के लिए सफल अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई है. परिणाम में दो नए अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है जबकि दो चयनित अभ्यर्थी बाहर भी हुए हैं. हालांकि आयोग की तरफ से यह सूची सार्वजनिक नहीं की गई है कि कौन चयनित हुआ और कौन बाहर हुआ है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद कॉपियों को अभ्यर्थियों को दिखाया गया था. इसमें से 5 कॉपियों में गड़बड़ी के बाद जिन 5 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था, उनमें से किसी एक का भी चयन नहीं हुआ है. पीसीएस जे 2022 का संशोधित परिणाम अभ्यर्थी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. यह परिणाम करीब एक साल बाद जारी किया गया.

यूपी लोकसेवा आयोग की पीसीएस जे 2022 की भर्ती परीक्षा को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अभ्यर्थी श्रवण पांडेय ने याचिका दाखिल की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि कॉपियों के जांचने के दौरान उनकी अदला-बदली कर दी गई है. इसके बाद हाईकोर्ट ने यूपी लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष समेत अन्य लोगों को तलब किया और जवाब मांगा था. इसके बाद आयोग की तरफ से हाईकोर्ट में स्वीकार किया गया था कि कर्मचारियों की त्रुटि की वजह से कॉपियों के दो बंडल के नंबर बदल गए थे जिस कारण कॉपियों की अदला-बदली हो गयी थी.

उसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर आयोग ने पीसीएस जे के सफल अभ्यर्थियों को कॉपियों को फिर से देखने के लिए अवसर दिया. 17 अगस्त को आयोग ने कॉपियों को देखने वाले अभ्यर्थियों का परिणाम जारी करते हुए पांच अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया और इंटरव्यू के लिए बुलाया था. इसमें याचिका कर्ता श्रवण पांडेय का नाम भी शामिल था. 30 अगस्त को जारी किए गए फाइनल रिजल्ट में याचिकाकर्ता श्रवण पांडेय समेत इंटरव्यू देने वाले 5 में से किसी एक अभ्यर्थी का चयन नहीं हुआ है.

परीक्षा नियंत्रक की तरफ से जारी किया गया संशोधित परिणाम :उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक हर्ष देव पांडेय की तरफ से पीसीएस जे 2022 का संशोधित परिणाम जारी कर दिया गया है. इसमें कुल 303 सफल अभ्यर्थियों के सूची जारी की गई है. आयोग की तरफ से जारी की गई सूची के साथ ही यह भी जानकारी साझा की गई है कि संशोधित परिणाम जारी करने की वजह से पहले से चयनित दो अभ्यर्थियों का चयन निरस्त हुआ है जबकि दो नए अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. दोनों नए चयनित वो अभ्यर्थी बताए जा रहे हैं जिनका चयन इंटरव्यू के दौरान कम अंक होने की वजह से नहीं हुआ था लेकिन अब जारी किए गए संशोधित परिणाम में दो नए अभ्यर्थियों का चयन हुआ है.

इस नए संशोधित परिणाम की वजह से पहले से चयनित कुछ अभ्यर्थियों की अंकों में परिवर्तन भी हुआ है लेकिन उसका असर उनके चयन पर नहीं हुआ है. इससे पहले आयोग ने पिछले साल 30 अगस्त को ही पीसीएस जे 2022 का रिजल्ट घोषित किया था. इसमें 302 अभ्यर्थी चयनित हुए थे. एक अभ्यर्थी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी. इसके कारण एक पद का परिणाम घोषित नहीं किया गया था लेकिन इस बार उस मामले के हल होने की वजह से आयोग ने पूरे 303 पदों का चयन परिणाम जारी कर दिया है.

पीसीएस जे 2022 को लेकर क्या-क्या हुआ :उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के पीसीएस जे 2022 की परीक्षा का परिणाम आने के बाद अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर उसकी कॉपी बदले जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की. इस पर मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में कॉपियों के पहुंचने पर साबित हुआ कि अभ्यर्थी की कॉपी बदली गई है. इसके बाद आयोग की तरफ से पूरे मामले की जांच करने भरोसा देते हुए सभी अभ्यर्थियों को उनकी कॉपियां देखने का अवसर दिया था. इसके बाद आयोग ने जांच में पाया कि एक कॉपी नहीं बल्कि कॉपियों के सेट के दो बंडल बदल गए थे. एक सेट में 25 कॉपियां होने की वजह से कुल 50 कॉपियां एक-दूसरे से बदल गईं थीं.

कॉपियों की ये अदला बदली उनके बंडलों पर की जाने वाली कोडिंग के कारण हुई थी. उस कार्य मे लगे 5 कर्मचारियों की लापरवाही के कारण कॉपियों के 2 बंडल बदल गए थे. जांच के बाद यूपी लोकसेवा आयोग ने कॉपियों के बंडल में गलत कोडिंग करने के दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की. आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के निर्देश पर आयोग के अनुभाग अधिकारी शिवशंकर, समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला और सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी को सस्पेंड कर दिया गया था. इसके साथ ही आयोग के पर्यवेक्षणीय अधिकारी उप सचिव सचिव चंद्र मिश्रा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए आरोप पत्र जारी किया गया. जबकि रिटायर हो चुकी सहायक समीक्षा अधिकारी चंद्रकला को भी इस मामले में दोषी पाया गया था.शासन से अनुमति मिलने के बाद उसके खिलाफ भी सर्विस रूल 351 ए के तहत कार्रवाई की बात कही गई थी.

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Last Updated : Aug 31, 2024, 12:17 PM IST

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