देहरादूनः मॉनसून के दौरान आपदा की दृष्टि से कोटद्वार नगर निगम के संवेदनशील और उसके आसपास के इलाकों में आपदा से बचाव हेतु सुरक्षा कार्यों की जानकारी ली. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन में अलर्ट मोड पर रहने के साथ ही अपना फोन भी 24 घंटे खुला रखें. जिलाधिकारी ने मालन नदी के ऊपर बन रहे पुल की धीमी गति से हो रहे कार्य पर लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया.
डीएम आशीष चौहान ने उप जिलाधिकारी कोटद्वार और लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को निर्देश दिए कि आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के दृष्टिगत तहसील में हर आवश्यक उपकरण उपलब्ध रखें. ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसे उपयोग में लाया जा सके. उन्होंने तहसील स्तर के आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में अतिवृष्टि होने की दशा में पुलिस विभाग के क्षेत्राधिकारी और एसडीएम या तहसीलदार कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे.
जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा से सुरक्षा हेतु जो भी निर्माण कार्य गतिमान हैं, उन्हें एक सप्ताह के भीतर पूरा करना सुनिश्चित करें. उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिए कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में स्थापित थाना और तहसीलों को 24 घंटे के भीतर ड्रैगन लाइट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने नेशनल हाईवे निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुगड्डा और कोटद्वार के बीच 8 किलोमीटर क्षेत्र के अंतर्गत चिन्हित 35 लैंडस्लाइड जोन में से अति संवेदनशील 5 जोन के दोनों तरफ एक-एक पोकलैंड मशीन की तैनाती करना सुनिश्चित करें.