पटना:हम पार्टी बिहार की सियासत में मजबूत पकड़ बना चुकी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जहां बिहार सरकार में मंत्री हैं, वहीं पार्टी के संरक्षक केंद्र की सरकार में मंत्री हैं. हम पार्टी अब बिहार से बाहर पार्टी को विस्तार देना चाहती है और मांझी ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है.
पार्टी को विस्तार देने की तैयारी में मांझी: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली पार्टी हम लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ रही है. उपचुनाव में बिहार के अंदर हम पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया. इमामगंज विधानसभा सीट को बचाने में पार्टी कामयाब रही. जीतन राम मांझी की बहू इमामगंज सीट पर विधायक बनी. बिहार में मजबूती मिलने के बाद जीतन राम मांझी पार्टी को दूसरे राज्यों में विस्तार देने में जुट गए हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर नजर: बिहार विधानसभा उपचुनाव के बाद अब एक और चुनाव सर पर है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं और राजनीतिक दलों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. हम पार्टी भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो दो हाथ करने के संकेत दिए हैं.
दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक:हम पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है और दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. बैठक में भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा होगी. दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर मंथन होगा. तमाम नेताओं की रायशुमारी के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली विधानसभा चुनाव पर फैसला लेंगे.
12 आरक्षित सीटों पर मांझी की नजर:राजनीतिक विश्लेषक कौशलेंद्र प्रियदर्शी ने कहा कि सभी पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. दिल्ली देश की राष्ट्रीय राजधानी है और दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं. दिल्ली राज्य में 12 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जो आरक्षित हैं और जीतन राम मांझी की नजर रिजर्व सीट पर है. हम पार्टी ने 14 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी कर रखी है. फिलहाल गठबंधन को लेकर पार्टी ने कोई फैसला नहीं लिया है.
"जीतन राम मांझी केंद्र की सरकार में मंत्री हैं और दिल्ली की सियासत में दो-दो हाथ करना चाहते हैं. हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. जीतन राम मांझी की कोशिश यह होगी कि दबाव की राजनीति के तहत गठबंधन में एक दो सीट झटक लें और उनके टारगेट पर दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की आरक्षित सीट होगी."- कौशलेंद्र प्रियदर्शी,वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक