बिहार

bihar

ETV Bharat / state

जान हथेली पर लेकर सफर, हादसे से अंजान ट्रेनों की छत पर बैठने को यात्री मजबूर - PASSENGERS RISKING LIFE IN BIHAR

बिहार में ट्रेनों की छत पर सवार होकर यात्री सफर रहे है. पटना गया रेल खंड में रोज ये नजारा देखने को मिल रहा है.

PASSENGERS RISKING LIFE IN BIHAR
ट्रेन की छत पर सफर (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 23, 2024, 11:29 AM IST

मसौढ़ी:पटना-गया रेल खंड में इन दिनों रेल यात्री जान हथेली पर रखकर ट्रेनों की छत पर और पायदानों में लटक कर यात्रा कर रहे हैं. यह उनकी मजबूरी है या फिर शौक लेकिन इतना तो तय है कि सावधानी हटते ही वो किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. यह तस्वीर पटना-गया रेल खंड के पुनपुन रेलवे स्टेशन के पास की है. जहां पर पटना से चलकर गया जाने वाले ट्रेनों में कई यात्री ट्रेनों की छत पर सवार होकर यात्रा कर रहे हैं.

ट्रेन की छत पर मंडराती है मौत: ट्रेन की छत के ऊपर 24 हजार वोल्ट की करंट दौड़ती नजर आती है. बावजूद इसके यात्री जान हथेली पर रखकर ट्रेनों की छत पर चढ़कर यात्रा कर रहे हैं. इसके अलावा कई यात्री पायदानों में लटक कर यात्रा कर रहे है. हालांकि रेल पुलिस के द्वारा लगातार अभियान चलाकर लोगों को ट्रेन की छत पर यात्रा करने से रोका जाता है लेकिन यात्री मानने तैयार नहीं है.

जान हथेली पर लेकर ट्रेनों की छत पर सफर (ETV Bharat)

जीआरपी पुलिस करती है मॉनीटरिंग: तारेगना रेल थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है. रेल पुलिस द्वारा यात्रियों को छत पर चढ़ता देख रोका जाता है. तारेगना में रेलवे स्टेशन के आसपास पुनपुन तक सभी जगह पर लगातार जीआरपी पुलिस इसकी मॉनीटरिंग भी करती हैं. हालांकि कई लोग शौकिया ऊपर चढ़कर यात्रा करने को विवश है. वहीं अब तक कई लोग इस क्रम में दुर्घटना का शिकार भी हुए हैं.

"रेल पुलिस के द्वारा लगातार अभियान चलाकर ट्रेनों के छत पर यात्रा करने वाले और पायदानों में लटक कर यात्रा करने वाले को हटाया जाता है, हालांकि कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. हालांकि कुछ लोग इसके बाद भी शौकिया तरीके से सफर करते हैं."-मुकेश कुमार सिंह, प्रभारी, रेल थाना तारेगना

पढ़ें-यात्रीगण कृपया ध्यान दें! गया में 45 दिन का मेगा ब्लॉक, 18 ट्रेनें रद्द, कई के मार्ग बदले

ABOUT THE AUTHOR

...view details