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38वें नेशनल गेम्स के उद्घाटन समारोह में गूंजा भू कानून के समर्थन में गीत, पांडवाज ने 'भू बुग्याल' को देश भर तक पहुंचाया - UTTARAKHAND 38TH NATIONAL GAMES

पांडवाज बैंड ने 38वें नेशनल गेम्स के उद्घाटन समारोह में भू बुग्याल गाना गाया, दर्शकों ने की वाहवाही

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पांडवाज ने भू कानून पर गाया गीत (Photo courtesy- DD Sports Uttarakhand)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 29, 2025, 1:45 PM IST

देहरादून:38वें नेशनल गेम्स के उद्घाटन समारोह में मंगलवार को उत्तराखंड के एकमात्र पहाड़ी बैंड पांडवाज ने भू कानून पर गीत गाकर वाहवाही लूट ली. इतने बड़े मंच पर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के साथ 25 हजार दर्शक थे वहां भू कानून को लेकर गाना गाकर पांडवाज ने उत्तराखंड के लोगों की सशक्त भू कानून की मांग को देश भर में पहुंचा दिया.

पांडवाज ने गाया भू कानून पर गीत:पांडवाज बैंड के ईशान डोभाल ने गीत गाने से पहले बाकायदा घोषणा की कि इतने बड़े आयोजन के दौरान अगर अपने राज्य और उसके हित की बात नहीं की जाएगी तो बात बेमानी होगी. इसके बाद उन्होंने पांडवाज बैंड का भू कानून को लेकर बनाया गया जोशीला गीत-

दिदौं भू, बुग्याल, यु माटू, पाणी, बिक जालू

त्यारा पुरखौं कु सैंत्यूं सम्भाल्यूं, बिक जालू

गाना शुरू किया. इस दौरान देहरादून के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मौजूद 25 हजार दर्शकों ने उनके इस गाने पर खूब वाहवाही की. हालांकि तब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 38वें नेशनल गेम्स का उद्घाटन करने स्टेडियम नहीं पहुंचे थे. लेकिन वो सीएम धामी के साथ आयोजन स्थल के पास ही थे. ईशान ने अपने पांडवाज बैंड के माध्यम से गीत गाकर भू कानून के महत्व की बात युवाओं को समझायी.

38वें नेशनल गेम्स में गूंजा भू बुग्याल गीत:गढ़वाली गीत भू बुग्याल, भू कानून को लेकर है. गीत में भू कानून का समर्थन करते हुए पहाड़ के जीवन को बहुत भावुक ढंग से पेश किया गया है. खास बात ये है कि जब ये गीत गाया जाता है तो पहाड़ और पहाड़ का जीवन आंखों के सामने दिखने लगता है.

उत्तराखंड में भू कानून की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन:गौरतलब है कि उत्तराखंड में कई वर्षों से भू कानून को लेकर आंदोलन हो रहे हैं. समय-समय पर अनेक संगठनों मुखर होकर सशक्त भू कानून की मांग कर रहे हैं. बड़े शहरों में रैलियां निकाली जा रही हैं. पांडवाज के इस गाने को आप भी गुनगुना सकते हैं.

दिदौं भू, बुग्याल, यु माटू, पाणी, बिक जालू

त्यारा पुरखौं कु सैंत्यूं सम्भाल्यूं, बिक जालू

बोडी गंठेड़ी धोती, पगुडू़, बिक जालू

कारिजौं‌ मा तौला कू भात, बिक जालू

हौल, निसुड़, दंदलों की घाण्डि, बिक जाली

गौरा कु सैंत्यूं बौंण बिरणौं मा बिक जालू

ब्वाडा डिंड्यालि, चिलम,सजुडु़, बिक जालू

भैलौं की बग्वाळि कू रौंस बिक जालू

नेगीदा बौ-सरेला, फुलारी बिक जाली

रामी की माया झौल समेत, बिक जाली

माधो कु बालू, बडोनी कू छैलु, बिक जालू

गढ़, बीर चंदर सिंह तीलू कु बिक जालू

कुण्जै कि पाति, घन्घूडौं कु साग बिक जालू

नंदा कू खुदेंदू हिंवाळ, बिक जालू

दिदौं भू, बुग्याळ, यु माटू बचाण प्वाड़लो

दिदौं भू, बुग्याळ, यु माटू बचाण प्वाड़लो

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