पंचकूला: हरियाणा के जिला पंचकूला में नगर निगम एक है, लेकिन इसकी इमारतें दो अलग-अलग सेक्टरों में हैं. दरअसल, नगर निगम के सभी ऑफिस सेक्टर-4 और सेक्टर-14 में आधे-आधे बंटे हुए हैं. नतीजतन लोगों को अपनी परेशानियों के समाधान के लिए अलग-अलग सेक्टर में मौजूद निगम की विभिन्न ब्रांच में जाने की परेशानी झेलनी पड़ रही है. लोगों की ये परेशानी लंबे समय से बनी है.
नगर निगम की एक समूची इमारत (सभी ब्रांच एकसाथ) सेक्टर-3 में बनाने का प्रस्ताव लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. अब इस इमारत के निर्माण कार्य का फैसला हरियाणा विधानसभा चुनाव (नई सरकार) के बाद हो सकेगा.
प्राथमिकता में शामिल नहीं निगम बिल्डिंग: विधानसभा चुनाव अक्टूबर 2024 में होने हैं. नतीजतन सभी विधायक अपने-अपने हलके में जन-कल्याण कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के प्रयास में जुटे हैं. बीते दिनों पंचकूला से विधायक एवं हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों की मीटिंग की. उन्हें विभिन्न अधूरे कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए, लेकिन इन निर्देशों में भी नगर निगम की निर्माणाधीन बिल्डिंग की प्राथमिकता शामिल नहीं है.
हाई कोर्ट पहुंच चुका है मामला: सेक्टर-3 में निगम की निर्माणाधीन बिल्डिंग के लिए जारी टेंडर के अलॉटी ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से स्टे हासिल की थी. इमारत के विवाद में फंसने के बाद से इसके निर्माण का काम अधर में लटका है. जबकि पहले इमारत के निर्माण का काम साल 2020 से जारी था.