दुमकाःजिले के काठीकुंड प्रखंड में कार्यरत दो पंचायत सचिव के साथ मारपीट का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर रविवार को पंचायत सचिव और जनसेवक संघ के सदस्यों ने एक बैठक की. जिसमें चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई.
पंचायत सचिव और जन सेवक संघ की बैठक
रविवार को दुमका के आउटडोर स्टेडियम में पंचायत सचिव और जन सेवक संघ की बैठक आयोजित की गई. इसमें काठीकुंड प्रखंड की बिछिया पहाड़ी पंचायत में कार्यरत पंचायत सचिव चंदा कुमारी और पिपरा पंचायत में कार्यरत पंचायत सचिव प्रदीप दास के साथ की गई मारपीट की कड़ी निंदा की गई और इस पर चरणबद्ध आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया.
घटना के संबंध में बिछिया पहाड़ी की पंचायत सचिव चंदा कुमारी ने बताया कि मामला एक सप्ताह पूर्व 07 दिसंबर का है. वह प्रखंड कार्यालय में मनरेगा संबंधित फाइलें निपटा रही थीं. उसी वक्त सिद्दीक अंसारी , अशफाक अंसारी और इकरामुल अंसारी अपने साथियों के साथ पहुंच गए. पंचायत सचिव चंदा कुमारी का आरोप है कि आते ही तीनों ने सफेद कागज पर हस्ताक्षर करने को कहा. जब उसने हस्ताक्षर करने से इनकार किया तो धक्का-मुक्की और मारपीट करने लगे.
इस दौरान उसने मदद के लिए आवाज लगायी. शोर सुनकर एक अन्य पंचायत सचिव प्रदीप दास दौड़कर वहां आए. जब प्रदीप दास ने चंदा कुमारी को बचाने का प्रयास किया तो उसके साथ भी मारपीट की गई.
चंदा कुमारी ने बताया कि प्रखंड कार्यालय से ही मामले की सूचना बीडीओ को दी गई थी. इसके बाद पुलिस की टीम पहुंची और हम दोनों को अपने साथ काठीकुंड थाना ले गई. हमने थाने में घटना की लिखित शिकायत की. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी बात हो गई और अब तक मामले में दोषियों पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. इस संबंध में उन्होंने दुमका डीसी को भी पत्र लिखकर घटना से अवगत कराया है और आवश्यक कार्रवाई की मांग की.
इधर, पंचायत सचिव प्रदीप दास ने भी अपने साथ हुई मारपीट की घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उन्होंने बीडीओ के चेंबर में घुसकर किसी तरह से अपनी जान बचाई थी.