पलामू: पांडेय गिरोह गैंगवार के मामले में पुलिस की जांच में कई बातों का खुलासा हुआ है. गैंगवार में मारे गए भरत पांडेय और दीपक साव दो महीनों से पलामू को अपना ठिकाना बनाए हुए थे.
इसी माह पांच जनवरी को भरत और दीपक को पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा में फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर हत्या कर दी गई. दोनों 31 दिसंबर से पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा में रह रहे थे.
भरत और दीपक ने पलामू को बनाया था ठिकाना
शुरुआत में जानकारी मिली थी कि इन दोनों ने 31 दिसंबर से ही पलामू को अपना ठिकाना बनाया हुआ था. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि दोनों घटना से लगभग डेढ़ महीने पहले से ही पलामू के इलाके में रह रहे थे.
दोनों पलामू के पांडु और छत्तरपुर इलाके में एक रिश्तेदार के यहां रह हे थे. भरत की बहन का घर छतरपुर के इलाके में है. पुलिस ने उसकी गाड़ी को भी बरामद कर लिया है, जिस गाड़ी से अपराधियों ने घटनास्थल की रेकी की थी. पुलिस पूरे मामले में कई बिंदुओं पर तकनीकी अनुसंधान कर रही है.
बैंक खातों को खंगाला जा रहा है