नई दिल्ली:दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर चुनावी घमासान तेज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है. बीजेपी ने उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट को छोड़कर बाकी सभी 6 सीटों पर नए चेहरों पर दांव लगाया है. वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी सीट शेयरिंग फार्मूला के तहत अपने कैंडिडेट्स उतार चुकी है.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों सातों सीटों पर इस बार मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. अब निगाहें बीएसपी, एआईएमआईएम और दूसरी पार्टियों पर टिकी हैं, जिनकी तरफ से कैंडिडेट्स का ऐलान किया जाना बाकी है. संभावना जताई जा रही है कि इन पार्टियों की तरफ से जल्द प्रत्याशी उतारे जा सकते हैं. बात अगर पिछले लोकसभा चुनाव 2019 की करें तो बसपा ने सातों सीटों पर कैंडिडेंट्स उतारे थे, लेकिन दो सीटों पर उनके प्रत्याशियों का नामांकन रद्द हो गया था. इनमें नई दिल्ली और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की सीटें प्रमुख रूप से शामिल था.
वहीं, 5 सीटों पर बसपा के प्रत्याशी मजबूती के साथ चुनाव लड़े थे. दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से राजवीर सिंह, पूर्वी दिल्ली से संजय गहलोत, चांदनी चौक से शाहिद अली, दक्षिणी दिल्ली से सिद्धांत गौतम और पश्चिमी दिल्ली सीट से सीता सरन सेन ने चुनाव लड़ा था. बीएसपी को 2019 के चुनाव में 1.08 फीसदी मिला था. चुनाव में 3 फीसदी वोट नहीं मिलने के चलते इन सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. सातों सीटों पर बीजेपी ने ही जीत का परचम लहराया था. लेकिन इस बार बसपा और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, कांग्रेस-आप का खेल बिगाड़ सकती है.
लोकसभा चुनाव में पहली बार उतरेगी AIMIM:एआईएमआईएम के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शोएब जमई ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ मीटिंग है. मीटिंग में दिल्ली की सीटों पर प्रत्याशी उतारने और किस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा, इसको लेकर चर्चा होगी. पार्टी के स्टेट चीफ ने बताया कि एआईएमआईएम, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के दो चुनाव लड़ चुकी है, लेकिन लोकसभा के लिए पहली बार कैंडिडेट उतारे जाएंगे.
इन सीटों पर कैंडिडेट्स उतार सकती है AIMIM:डॉ. जमई ने बताया कि एआईएमआईएम की तरफ से 2 से 3 सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे जाने की संभावना है. नॉर्थ ईस्ट और चांदनी चौक लोकसभा सीट से प्रत्याशियों को उतारा जाना लगभग तय है. बाकी अन्य सीट पर पार्टी शीर्ष नेतृत्व से बातचीत के बाद ही फाइनल हो पाएगा. उधर, बहुजन समाज पार्टी के दिल्ली स्टेट सेंट्रल कॉर्डिनेटर डॉ. अशोक सिद्धार्थ ने बताया कि पार्टी की ओर से जल्द ही कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा. अगले दो तीन दिनों के भीतर नामों की घोषणा कर दी जाएगी.
बीएसपी को पिछले चुनाव में मिला था इतना वोट:बसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली संसदीय क्षेत्र पर सबसे ज्यादा वोट हासिल हुए थे. बीएसपी प्रत्याशी राजवीर सिंह को कुल 37831 मत प्राप्त हुए थे. वहीं, पूर्वी दिल्ली सीट पर संजय गहलोत को 19090 मत हासिल हुए थे. इसी तरह से दक्षिणी दिल्ली सीट पर सिद्धांत गौतम को 14572 वोट, पश्चिमी दिल्ली सीट से सीता सरन सैन को 13269 वोट प्राप्त हुए थे. इसके अलावा चांदनी चौक लोकसभा सीट पर बीएसपी के शाहिद अली को 8711 मत प्राप्त हुए थे.
नॉर्थ ईस्ट व चांदनी चौक पर कांग्रेस ने उतारे गठबंधन प्रत्याशी:एआईएमआईएम उत्तर पूर्वी और चांदनी चौक सीट से प्रत्याशी उतारने के मूड में हैं. बीजेपी ने नॉर्थ ईस्ट से अपने सीटिंग सांसद मनोज तिवारी पर बड़ा दांव खेला है. वहीं, कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को उतारा है जो आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. इस तरह से चांदनी चौक लोकसभा सीट से बीजेपी ने व्यापारी नेता प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने अपने कद्दावर नेता पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल को उतारा है. जेपी अग्रवाल इस सीट से कांग्रेस-आप के गठबंधन प्रत्याशी हैं.
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली और चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम वोट बैंक अच्छा खासा माना जाता है. नॉर्थ ईस्ट में जहां 23 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. वहीं, चांदनी चौक में करीब 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के खासकर मटिया महल, बल्लीमारान, चांदनी चौक, सदर बाजार और त्रि नगर विधानसभाओं में मुस्लिम वोटरों की अच्छी खासी तादाद है.