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आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और आउटसोर्स कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा, इस दिन मिलेगी सैलरी - DIWALI GIFT FOR OUTSOURCE EMPLOYEES

आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. सुक्खू सरकार ने उन्हें दिवाली से पहले सैलरी देने की घोषणा की है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश
सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश (सोशल मीडिया)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 21, 2024, 9:59 PM IST

Updated : Oct 22, 2024, 6:01 AM IST

शिमला: हिमाचल में आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों पर दिवाली से पहले लक्ष्मी की कृपा होने वाली है. प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने दिवाली पर्व को देखते हुए हजारों आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और आउटसोर्स कर्मचारियों को 28 अक्टूबर को ही वेतन देने का फैसला लिया है. ये बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के ढली में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के संस्थान के लिए 8.28 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने के दौरान कही.

ढली में पांच मंजिला भवन में 32 आधुनिक सुविधाओं से युक्त और आवासीय कमरों की सुविधा उपलब्ध करवाई है. इस भवन में कम्प्यूटर लैब, व्यावसायिक प्रशिक्षण कक्ष, संगीत कक्ष, लाइब्रेरी, वर्कशॉप और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.

इसके अलावा 10 कमरे हॉस्टल के लिए आवंटित किए हैं. सीएम सुक्खू ने कहा वर्तमान में इस संस्थान में 140 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनमें 106 श्रवण बाधित और 34 दृष्टिबाधित छात्र शामिल हैं. इस संस्थान में छात्रों को पहली से 12वीं क्लास तक निःशुल्क आवासीय सुविधा प्रदान की जा रही है.

इसके अलावा, छात्रों को यहां हस्तशिल्प, बेकरी, कम्प्यूटर कौशल और बागवानी जैसे क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि भविष्य में वे आत्मनिर्भर बनकर सम्मानजनक जीवन जी सकें.

सक्षम बच्चों के कल्याण के लिए नई योजना होगी शुरू

सीएम सुक्खू ने कहा इस साल दिवाली पर्व को देखते हुए कर्मचारियों व पेंशनर्स सहित विभिन्न बोर्डों और निगमों के कर्मचारियों को 28 अक्टूबर को वेतन और पेंशन जारी की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले करीब 20 माह के कार्यकाल के दौरान सरकार ने 2600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है. इसका 30 फीसदी हिस्सा सामाजिक क्षेत्र को आवंटित किया गया है.

वहीं, शेष ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों पर खर्च किया जा रहा है. सरकार महिलाओं के सामाजिक उत्थान के लिए काम कर रही है जिसके लिए 18 साल से अधिक की पात्र महिलाओं को 1500 रुपये मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. उन्होंने कहा कि 27 साल तक के विशेष रूप से सक्षम बच्चों के कल्याण के लिए अगले वित्त वर्ष में एक नई योजना शुरू की जाएगी.

इसके अलावा 70 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों की देखभाल के लिए भी आवश्यक प्रावधान किए जाएंगे. प्रदेश सरकार विशेष रूप से सक्षम, अनाथ बच्चों, विधवाओं और 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण पर विशेष ध्यान दे रही है.

सीएम सुक्खू ने कहा प्रदेश सरकार विशेष रूप से सक्षम बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली औपचारिक और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने के लिए लिए कार्य कर रही है. जिला सोलन के कंडाघाट में 45 बीघा भूमि पर विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जा रहा है जिसमें 300 बच्चों के रहने की सुविधा उपलब्ध होगी.

इस केंद्र की स्थापना का उद्देश्य विशेष रूप से सक्षम बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित करना है ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर सम्मानजनक जीवन जीने में सक्षम बन सकें. उन्होंने दीवाली उत्सव के लिए संस्थान के बच्चों को एक लाख रुपये, वाद्य यंत्रों की खरीद के लिए दो लाख रुपये और उन्हें पेंटिंग भेंट करने वाले बच्चों को 10-10 हजार रुपये देने की घोषणा की.

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Last Updated : Oct 22, 2024, 6:01 AM IST

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