लखनऊ : केजीएमयू में कृत्रिम अंग अब हल्के व सटीक बन सकेंगे. वैक्यूम सक्शन मशीन की मदद से अब प्लास्टिक के कृत्रिम अंग बनाए जाएंगे. ये पहले से भी ज्यादा सटीक होंगे. खास बात ये है कि ये कृत्रिम अंग वास्तविक अंग के बेहद करीब होंगे. इसका इस्तेमाल करने वालों को इनके कृत्रिम होने का अहसास भी नहीं होगा.
केजीएमयू में प्रोस्थेटिक ऑर्थोटिक विशेषज्ञ शगुन सिंह ने बताया कि अब तक जो कृत्रिम अंग लगाए जाते हैं, उनमें हल्की हवा जाने की शिकायत आती है. उन्हें सटीक बैठा पाना थोड़ा मुश्किल होता है. कृत्रिम हाथ या पैर लगवाने वालों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है. इसके लिए नई वैक्यूम सक्शन मशीन आ रही है.
इससे इन्हें लगाना और भी आसान हो जाएगा. आठ से 10 लाख रुपये कीमत की मशीन की मदद से कृत्रिम अंग बनाना और आसान हो जाएगा. कृत्रिम अंग कम समय में बनाए जा सकेंगे. ज्यादातर कृत्रिम अंग प्लास्टिक के बनाए जाएंगे. ये काफी हल्के होंगे.