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अब न्यायाधीशों को माई लॉर्ड या योर लॉर्डशिप की जगह.. सर, योर ऑनर या माननीय कहेंगे वकील - High Court Bar Strike - HIGH COURT BAR STRIKE

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. इस दौरान एसोसिएशन ने बैठक कर न्यायाधीशों के खिलाफ एक प्रस्ताव पास किया है.

हाईकोर्ट के वकीलों की हड़ताल जारी.
हाईकोर्ट के वकीलों की हड़ताल जारी. (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 11, 2024, 10:18 PM IST

प्रयागराज:इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील सुनवाई के दौरान वकीलों के प्रति व्यवहार और कोर्ट की परंपराओं और प्रथाओं के पालन सहित विभिन्न परेशानियों को लेकर लगातार दूसरे दिन गुरुवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे. इस कारण लगातार दूसरे दिन कामकाज बाधित हुआ और फिर हजारों वादकारियों को निराशा हुई. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन यह आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रखेगा.

न्यायिक कार्य से विरत हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता और महासचिव विक्रांत पांडेय के संचालन में बैठक कर न्यायाधीशों को माई लॉर्ड या योर लॉर्डशिप की जगह सर, योर ऑनर या माननीय से संबोधित करने का प्रस्ताव पास किया है. प्रस्ताव के अनुसार यह निर्णय देश के मुख्य न्यायाधीश के बयान के बाद लिया गया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि न्यायाधीशों को खुद को भगवान नहीं समझना चाहिए. यह भी निर्णय लिया गया कि देश और राज्य भर के विभिन्न बार एसोसिएशनों से संपर्क किया जाएगा ताकि न्यायालयों में वकीलों के प्रति बढ़ते दुर्व्यवहार को कम किया जा सके. बार के प्रस्ताव के विरुद्ध काम करने वाले वकीलों के खिलाफ कार्रवाई अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत बार के निर्णय का पालन न करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है.

हड़ताल के दौरान सुनवाई में हिस्सा लेने वाले वकीलों की सदस्यता रद्द होगी

ऐसा करने में विफल रहने पर संबंधित वकील की बार एसोसिएशन की सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी. साथ ही उन्हें चिकित्सा सहायता, मृतक आश्रित सहायता और नए कक्षों के आवंटन में प्राथमिकता जैसी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा. यह भी तय किया गया कि जिन वकीलों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा, वे भविष्य में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की सदस्यता के लिए स्थायी रूप से अयोग्य होंगे. इसके अलावा जो वकील आंदोलन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में भाग लेंगे, उनकी सदस्यता तुरंत रद्द कर दी जाएगी. अंत में न्यायिक कार्य से विरत रहने का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रखने का निर्णय लिया गया. साथ ही आंदोलन को समर्थन व मजबूती प्रदान करने के लिए वकीलों का आभार जताया गया.

आंदोलन को मजबूती प्रदान करने की अपील
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र, सुभाष चंद्र यादव, नीरज त्रिपाठी व नीलम शुक्ला, संयुक्त सचिव प्रशासन सुमित कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अभिजीत कुमार पांडेय, संयुक्त सचिव प्रेस पुनीत कुमार शुक्ल,संयुक्त सचिव महिला आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रण विजय सिंह, कार्यकारिणी सदस्य उदिशा त्रिपाठी, अवधेश कुमार मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, राजेश शुक्ल, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, वेद प्रकाश ओझा, बलदेव शुक्ल एवं ब्रजेश कुमार सिंह सेंगर उपस्थित रहे. हाईकोर्ट बार के पूर्व उपाध्यक्ष उदय शंकर तिवारी, पूर्व संयुक्त सचिव संतोष कुमार मिश्र ने वकीलों से आंदोलन को मजबूती प्रदान करने की अपील की है.

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