लखनऊ: साल 2023-24 उत्तर रेलवे के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है. दरअसल, वित्तीय वर्ष में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने 2225.09 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया, जो निर्धारित लक्ष्य 2071.06 करोड़ रुपए से 7.5 फीसद ज्यादा है. वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष के राजस्व 1979.87 की तुलना में 12.39 फीसद ज्यादा है.
वहीं, इस उपलब्धि पर उत्तर रेलवे मंडल के प्रबंधक कार्यालय में डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा और सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा ने केक काट कर खुशी जताई. साथ ही उन्होंने आगे के लक्ष्य भी तय किया.
वहीं, इसको लेकर उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-2024 में टिकट चेकिंग दल ने 59.31 करोड़ रुपए राजस्व वसूल किया. अब-तक का सर्वश्रेष्ठ सीमेंट लोडिंग रहा. जहां पिछले साल लोडिंग 368.5 रेक थी, जो इस साल 443.501 रही. पिछले साल 22 रेक की तुलना में इस साल चीनी लोडिंग 26 रेक रही. पिछले साल 36 रेक की तुलना में इस साल कोयला लोडिंग 91 रेक रही. पिछले साल 393 वैगन की तुलना में इस साल सर्वश्रेष्ठ पीस मिल 4866 वैगन रही.
- वहीं, पिछले 10 वर्षों की तुलना में वर्ष 2023-24 में 2225.09 करोड़ रुपए का अब-तक का सर्वश्रेष्ठ कुल राजस्व प्राप्त किया गया.
- पिछले 10 वर्षों की तुलना में वर्ष 2023-24 में रु. 1591.27 करोड़ का अब तक का सर्वश्रेष्ठ यात्री राजस्व प्राप्त किया गया. (टारगेट रु. 1519.71 करोड़).
- पिछले 10 वर्षों की तुलना में वर्ष 2023-24 में रु. 104.48 करोड़ का अब तक का सर्वश्रेष्ठ अन्य कोचिंग राजस्व प्राप्त किया गया. (टारगेट रु. 90.28 करोड़).
- पिछले 10 वर्षों की तुलना में वर्ष 2023-24 में 475.68 करोड़ का अब तक का सर्वश्रेष्ठ माल राजस्व प्राप्त किया गया. (टारगेट रु. 380.17 करोड़)
वहीं, डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि अयोध्या धाम, अयोध्या कैंट, दर्शन नगर और सलारपुर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यात्री सुविधाओं, टिकटिंग सुविधाएं, खानपान स्टॉल में वृद्धि की गई और बेहतर स्वच्छता और हाउसकीपिंग, क्लॉक रूम और अन्य सुविधाओं सहित यात्री सुविधाओं का प्रावधान किया गया. 24x7 की समयावधि में आस्था कमांड और कॉल सेंटर का संचालन करते हुए आस्था विशेष ट्रेनों के यात्रियों को 10 से अधिक क्षेत्रीय भाषाओं में सहायता प्रदान की गई. अयोध्या परिक्षेत्र के आठ लेवल क्रासिंगों जिनकी टीयूवी अधिक थी, उनपर उपरिगामी सेतु निर्माण के लिए राज्य सेतु निगम से एकल इकाई निर्माण के आधार पर एमओयू किया गया. इनमें से उपरिगामी सेतु संख्या -11 बी को यात्री आवागमन के लिए 26 फरवरी को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया.
उन्होंने बताया कि रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग, परिचालन विभाग, विद्युत विभाग, लेखा विभाग, कार्मिक विभाग, चिकित्सा विभाग, आरपीएफ, डीजल शेड आलमबाग और स्टोर विभाग ने भी तमाम उपलब्धियां इस साल हासिल की हैं.