नई दिल्ली/नोएडा:घर में भूत-प्रेत का साया होने की बात कहकर महिलाओं को डराकर और इससे मुक्ति दिलाने के नाम पर गहने उतरवाकर रफू चक्कर होने वाले पांच ठगों को थाना एक्सप्रेस वे पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए टप्पेबाज चालाकी से फास्फोरस में पानी डालकर आग लगाकर महिलाओं को डराया करते थे. इनके पास से दो महिलाओं से उतरवाए गए गहने, फास्फोरस, पानी की बोतल और अन्य सामान बरामद हुआ है. गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. हाल के दिनों में नोएडा में भी गिरोह के सदस्यों ने तीन वारदात की है.
एक माह के भीतर नोएडा में गिरोह के सदस्यों ने की तीन वारदातें
डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि बीते दिनों ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें घर के सदस्यों पर भूतप्रेत का साया होने की बात कहकर महिलाओं के साथ ठगी की गई. जांच के दौरान सामने आया कि इस प्रकार का अपराध संगठित गिरोह बनाकर किया जा रहा है. पुलिस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने की योजना पर काम करने लगी. जहां-जहां वारदात हुई वहां घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला गया.
पांचों ठगों के पास से लाखों रुपये के सोने और चांदी के गहने बरामद
फुटेज से कुछ संदिग्धों की पहचान की गई और उनकी गिरफ्तारी का प्रयास शुरू हुआ. मंगलवार को वाजिदपुर पुस्ता कट के पास जब गिरोह के पांच सदस्य किसी महिला को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे, तभी मुखबिर से मिली सूचना पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों की पहचान दिल्ली के सीमापुरी निवासी विजय कुमार, मिथुन, निराज खान, अरबाज खान और गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी माहिर खान के रूप में हुई है. पांचों के पास से लाखों रुपये के सोने और चांदी के गहने बरामद हुए है. ये गहने बदमाशों ने महिलाओं से उतरवाए थे.
एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया ऐसे करते थे ठगी
एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि गिरोह के सदस्य महिलाओं को विश्वास में लेने के बाद बोलते थे कि आपने जो गहने पहने हैं, वही आपकी समस्या का कारण है. इसके बाद ठग महिला से आभूषण उतरवा लेते थे. फिर ठग महिला के हाथ पर एक पत्ता रख कर उसे बिना माचिस के जलाते थे. जब उससे काला धुआं निकलता था तो ठग कहते थे कि भूतप्रेत का साया दूर जा रहा है. फिर बिना पीछे देखे 21 कदम आगे जाकर यह पत्ता रख कर आने को बोलते थे. महिला जैसे ही पत्ता रखने के लिए आगे जाती थी, गिरोह के सदस्य फरार हो जाते थे. आरोपी ऐसी महिलाओं को निशाना बनाते हैं जो कम पढ़ी लिखी हों और बीमारी या किसी अन्य समस्या से ग्रसित हों. कई बार आरोपी महिलाओं के पास रखे पैसे को एक लिफाफे में भी करा कर लिफाफा लेकर चंपत हो जाते थे.
रिंकी देवी बनी ठगी का शिकार
28 जुलाई को दोपहर के समय लोटस जिंक सोसायटी के पास तीन अज्ञात लोगों ने खुद को हनुमान भक्त बताकर रिंकी देवी के घर में भूत-प्रेत का साया बताया. कुछ देर मंत्र पढ़ने का नाटक कर एक व्यक्ति ने घास में पानी के छींटे मारी. इसके बाद धुंआ और आग निकलने लगी. तीनों लोगों के चमत्कारी होने के भ्रम में महिला उनके झांसे में आ गई. तीनों युवकों ने महिला के घर से भूत-प्रेत का साया हटाने के लिए बहला फुसलाकर उसके गहने उतरवा लिए. इसके बाद उन्होंने पीपल का पत्ता तोड़कर उसे दिया और कुछ दूर डालकर आने के लिए कहा.
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सनवर्ड अरिस्ता सोसायटी के पास प्रियंका गौतम बनी शिकार
इस दौरान तीनों ने उसे चेतावनी दी कि यदि उसने पीछे मुड़कर देखा तो अनर्थ हो जाएगा. बताए गए स्थान पर पीपल के पत्ते डालने के बाद महिला जब वापस मुड़ी को तीनों वहां से नदारद थे. इसी तरह की एक और वारदात उसी दिन सनवर्ड अरिस्ता सोसायटी के पास प्रियंका गौतम के साथ घटित हुई. पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी.
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