कवर्धा: लोहारीडीह कांड को 2 महीने बीत चुके हैं. लेकिन इस कांड को लेकर बड़े-बड़े खुलासे लगातार सामने आ रहे हैं. इस बार पुलिस ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए सभी को चौंका दिया है. कबीरधाम पुलिस की ओर से न्यायालय में 24 आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने के कारण उन आरोपियों को रिहा करने के लिए कोर्ट से निवेदन किया है. कबीरधाम पुलिस लोहारीडीह घटना के दो महीने बाद गुरुवार को न्यायालय में चार्जशीट पेश किया है. साथ ही जिन 24 आरोपियों पर पुलिस ने 4 अलग-अलग धाराएं लगाकर जेल में डाला था,उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने की बात कही है.
ग्रामीण और विपक्ष ने लगाया था आरोप : आपको बता दें किअग्निकांड घटना के तुरंत बाद पुलिस ने घटना कारित करने के आरोप में गांव के 169 महिला पुरुष के खिलाफ 5 एफआईआर दर्ज कर 33 महिला समेत 69 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें एक आरोपी प्रशांत साहू की कवर्धा जेल में मौत हो गई थी. ग्रामीण और विपक्षी नेता लगातार पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे थे. ग्रामीणों ने बेगुनाहों को छोड़ने गृहमंत्री विजय शर्मा, आईजी, डीआईजी से मिलकर आवेदन दिया था .पुलिस ने जब कोर्ट में चार्जशीट पेश किया तो 24 लोगों के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर पाई. इसलिए कोर्ट से इन 24 आरोपियों को रिहा करने कुल मोचित करने का निवेदन किया है.
लोहारीडिह घटना में पांच एफआईआर दर्ज किया गया है, इसमें से 4 एफआईआर में जिन 24 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं. इसलिए कोर्ट से 24 लोगों को कुल मोचित रिहा करने निवेदन पत्र दिया गया है . आगे कोर्ट का फैसला के बाद ही कुछ हो पाएगा- पुष्पेन्द्र बघेल, एएसपी कवर्धा