पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है. खरमास के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाएं जताई जा रही हैं. हालांकि, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है.
मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में मंत्रिमंडल विस्तार :वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष मांझी का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में है. उन्होंने यह भी कहा कि सीटें खाली जरूर हैं, लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे.
बीजेपी और जेडीयू के अध्यक्षों की बैठक :पिछले साल सितंबर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद यह बयान आया था कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ बोर्ड और निगमों का गठन भी जल्द किया जाएगा. हालांकि, तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.
''मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार का मामला है. सीट खाली जरूर है, लेकिन फैसला तो मुख्यमंत्री करेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार होगा कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है.''- संतोष सुमन मांझी, मंत्री, HAM