युनिवर्सिटी की उपलब्धि के बारे में बताते वाइस चांसलर प्रो. रोहित रमेश. (वीडियो क्रेडिट; Etv Bharat) प्रयागराज: संगमनगरी प्रयागराज में एक तरफ जहां पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद युनिवर्सिटी है, वहीं दूसरी तरफ गंगा पार इलाके में नेहरू ग्राम भर्ती डीम्ड युनिवर्सिटी है. जहां छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान कर उनका भविष्य बनाया जा रहा है.
शहर की भीड़ से दूर हनुमानगंज इलाके में स्थित इस युनिवर्सिटी में शिक्षण के माहौल और छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं का मूल्यांकन करने के बाद यूजीसी की नैक (NAAC) टीम ने इस युनिवर्सिटी को बी प्लस ग्रेड भी दिया है. जिससे अब इस युनिवर्सिटी में शोध छात्रों को सहूलियत मिलेगी.
वहीं विश्वविद्यालय नए कोर्सेज की शुरुआत भी कर सकेगा. युनिवर्सिटी को यूजीसी के नैक टीम से बी प्लस की ग्रेडिंग मिलने से वीसी प्रो. रोहित रमेश समेत अन्य सभी शैक्षिणिक व गैर शैक्षणिक कर्मियों के साथ ही छात्रों में खुशी की लहर है.
संगम नगरी प्रयागराज में रहने वाले तमाम लोगों का दाखिला इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी में नहीं हो पाता है. ऐसे में बहुत से छात्र-छात्राओं को दूसरे शहरों के अच्छे संस्थानों में जाकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ती थी. लेकिन, अब वो छात्र जो उच्च शिक्षा वाले शैक्षणिक संस्थानों की तलाश में दूसरे शहरों का रुख करते थे उन्हें अपने ही शहर प्रयागराज में नेहरू ग्राम भारती डीम्ड युनिवर्सिटी का बेहतरीन विकल्प मिल गया है.
एनजीबीयू के नाम से मशहूर इस युनिवर्सिटी को नैक से मिली बी प्लस की ग्रेडिंग यह साबित करती है कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इस युनिवर्सिटी में शिक्षा के साथ ही शैक्षिक माहौल भी अच्छी गुणवत्ता वाला है. यहां पर संचालित हो रहे स्नातक और परास्नातक स्तर के कोर्सेज के साथ ही शोध कार्य में भी दाखिला लेकर छात्र अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकते हैं.
इस युनिवर्सिटी को नैक से बी प्लस की ग्रेड मिलने से शोध छात्रों में खुशी का माहौल है. शोध कर कर रहे छात्र अंकुर श्रीवास्तव और राकेश यादव का कहना है कि इस ग्रेड से उनके शोध का भी महत्व बढ़ जाएगा. शोध कार्य को करने के लिए उन्हें और बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी. साथ ही शोध से जुड़े प्रोजेक्ट्स को भी बढ़ावा मिलेगा.
स्नातक में सीयूईटी के अलावा डायरेक्ट एडमिशन का भी है विकल्प: नेहरू ग्राम भारती डीम्ड युनिवर्सिटी में इन दिनों स्नातक से लेकर परास्नातक तक कि कक्षाओं में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस युनिवर्सिटी में स्नातक की कक्षाओं में सीयूईटी के जरिये एडमिशन एडमिशन होगा. उसके बाद भी सीट खाली रहने पर विश्वविद्यालय स्तर पर भी छात्र-छात्राओं का दाखिला होगा. इसी तरह से परास्नातक की कक्षाओं में एडमिशन का कार्य चल रहा है जो भी छात्र परास्नातक की कक्षाओं में दाखिला लेना चाहते हैं वो आवेदन फॉर्म लेकर प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होकर एडमिशन ले सकते हैं.
एआई और मैनेजमेंट में नए कोर्स शुरू करने की है तैयारी:नेहरू ग्राम भारती डीम्ड युनिवर्सिटी में साइंस, आर्ट, कॉमर्स, लॉ के साथ ही मैनेजमेंट समेत अन्य प्रकार के कोर्सेज चलाए जा रहे हैं. इसी के साथ आगामी सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही मैनेजमेंट ने नए कोर्सेज शुरू करने की तैयारी चल रही है.
युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो रोहित रमेश ने बताया कि नेहरू ग्राम भारती डीम्ड युनिवर्सिटी की तरफ से ग्रामीण इलाके में भी उच्च गुणवत्ता वाली शोध परक शिक्षा प्रदान की जा रही है. संस्थान की तरफ से छात्रों को वो सभी सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है जो कि किसी भी बड़े शैक्षणिक संस्थानों में मिलता है. विश्वविद्यालय में लैब से लेकर लाइब्रेरी और कक्षाओं तक में छात्रों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं जिससे कि उनके शिक्षा का स्तर किसी से भी कम न रहे.
एडमिशन से जुड़ी जानकारियां युनिवर्सिटी की वेबसाइट से हासिल करें:नेहरू ग्राम भारती डीम्ड युनिवर्सिटी के नैक कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि इस समय विश्वविद्यालय के सभी प्रकार के कोर्सेज में दाखिले कि प्रक्रिया चल रही है. जो भी छात्र छात्राएं चाहें वो युनिवर्सिटी कैम्पस में आकर एडमिशम से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल कर आवेदन कर सकते हैं.
इसके साथ ही छात्र छात्राओं को एडमिशन से जुड़ी हर जानकारी विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से भी मिल जाएगी. छात्र दाखिले और कोर्सेज से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन हासिल करने के साथ ही आवेदन भी कर सकते हैं. इस समय युनिवर्सिटी में बीए, बीएससी, बीकॉम, बीपीए, बीलिब, बीए-जेएमसी, बीएड-एचआई, बीबीए, बीसीए, बीएएलएलबी, एलएलबी, बीएड, बीएलएड, एलएलएम, एमएसडब्लू , एमलिब, एमए-जेएमसी, एमए, एमपीए, एमएससी, एमएड, एमएड-एचआई, एमकॉम, एमबीए, एमसीए, डीएड-एचआई, पीजीडीसिए एवं पीजी डिप्लाेमा इन याेगा समेत कई अन्य कोर्सेज में भी एडमिशन लेने का मौका छात्र छात्राओं के पास मौजूद है.
ये भी पढ़ेंःनेहरू-गांधी फैमिली के हर सदस्य ने यूपी से शुरू की राजनीतिक पारी, प्रियंका को क्यों जाना पड़ा दक्षिण