पटनाःNEET 2024 में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की बात को पूरी तरह खारिज करनेवाली NTA की नींद अब खुलती नजर आ रही है. रिजल्ट आने के बाद जिस तरह से पूरे देश में हंगामा मचा और मामले में सुप्रीम कोर्ट तक को भी हस्तक्षेप करना पड़ा तो NTA बैकफुट पर आई और इस मामले की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध इकाई को सहयोग करना शुरू किया है.
NTA का आधा अधूरा सहयोगः NTA ने बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की ओर 11 अभ्यर्थियों के मांगी गई डिटेल भेज दी है, लेकिन अभी भी मूल प्रश्नपत्र नहीं उपलब्ध कराया है जिससे जांच में बाधा आ रही है. जबकि इसको लेकर ईओयू अब तक तीन बार NTA को रिमाइंडर भी भेज चुकी है.
13 लोग हो चुके हैं गिरफ्तारः NEET 2024 के पेपर लीक की बात सामने आने के बाद जांच में जुटी ईओयू इस मामले में अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है. ईओयू को पटना के रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के लर्न प्ले स्कूल में जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे. इन जले प्रश्न पत्र में से 74 प्रश्नों को ईओयू ने एक जगह किया और इसमें ही पुलिस को बुकलेट नंबर 6136488 की तीन कॉपियां मिली थीं.
जरूरी है मूल प्रश्नपत्र का मिलानःऐसे में ईओयू ने करीब एक महीने पहले ही NTA से बुकलेट नंबर 6136488 की मूल कॉपी की मांग की थी ताकि प्रश्न पत्र का मिलान कर सके. लेकिन तीन-तीन रिमाइंडर के बाद भी NTA ने मूल कॉपी नहीं भेजी है जिसके कारण जांच अभी बाधित है.
परीक्षा माफिया से मिले थे रोल कोडः ईओयू को 11 अभ्यर्थियों के रोल कोड परीक्षा माफिया के पास से जांच के क्रम में मिले थे. अब ईओयू ने डिटेल के अनुसार इन 11 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं. नोटिस भेज कर ईओयू इन्हें अपने पास बुलाएगी और इस बात की जानने की कोशिश करेगी कि आखिर परीक्षा माफिया के पास इनके कागजात कैसे पहुंचे. इन 11 अभ्यर्थियों में 7 लड़किया हैं जो बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं.
4 मई को ही मिल गया था प्रश्नपत्र: इस मामले में पुलिस ने जिन 13 लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें 6 परीक्षा माफिया, 4 अभ्यर्थी और 3 अभिभावक शामिल हैं. इसमें अभ्यर्थियों ने अपने बयान में कहा है कि 4 मई को ही उन्हें प्रश्न पत्र मिल गया था, जिसे लर्न प्ले स्कूल में रटवाया गया. 5 मई को परीक्षा में जो प्रश्न पत्र आया वह 4 मई को मिले प्रश्न पत्र से हूबहू मिल गया.