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चीते पड़े कमजोर तो गांव वालों की हवा टाइट, तेंदुओं का धौंस के साथ चीतालैंड पर कब्जा - leopard enter residential area - LEOPARD ENTER RESIDENTIAL AREA

नीमच जिले के चेनपुरिया गांव में रिहायशी बस्ती में तेंदुआ घुसने से दहशत फैल गई. वन विभाग की टीम तेंदुए की सर्चिंग कर रही है. ये तेंदुआ एक किसान के मवेशियों के बाड़े में घुसा. पास में ही ज्वार की फसल में तेंदुआ घुसा है.

leopard enter residential area
नीमच के पास रिहायशी बस्ती में तेंदुए की खोज (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 31, 2024, 4:05 PM IST

Updated : Jul 31, 2024, 4:16 PM IST

नीमच।जिले के रामपुरा वन्य क्षेत्र के गांव चेनपुरिया चारण बस्ती रावली कुड़ी में बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब मवेशियों के एक बाड़े में तेंदुआ घुस गया. जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे. वहीं ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को भी सूचना दी. वन विभाग के अमले द्वारा तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है. तेंदुआ सुबह करीब 6 से 7 बजे के बीच गांव के देवीदीन नामक व्यक्ति के बाड़े में घुस गया. तेंदुआ बाड़े में बोई गई ज्वार की फसल की आड़ मे छुप गया. जब यह ग्रामीणों की नजर तेंदुए पर पड़ी तो हड़कंप मच गया.

नीमच के पास बस्ती में घुसा तेंदुआ (ETV BHARAT)

चीता प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं किसान

गौरतलब है कि चेनपुरिया चारण बस्ती, रावली कुड़ी गांव गांसागर सागर वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र से सटा हुआ है. चीता प्रोजेक्ट के लिए भी गांव से सटाकर बाड़ा बनाया गया है. इसका ग्रामीण पहले ही विरोध कर चुके हैं. गांव में करीब 20 से 25 हजार से अधिक मवेशी हैं, जो इस जंगल में ही चरते हैं. यहां के लोग पशुपालन से अपना जीवनयापन करते हैं. उनका मानना है कि पहले ही तेंदुए के आतंक से वे परेशान हैं, चीत प्रोजेक्ट के बाद मवेशियों के लिए और खतरा बढ़ जाएगा.

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तेंदुआ पहले भी कई बार कर चुके हैं हमले

ग्रामीणों ने बताया कि रावली कुड़ी और आसपास के गांवों में तेंदुआ पहले भी ग्रामीणों और मवेशियों पर हमले कर चुका है. हाल ही में सौदान गुर्जर की 4 बकरियों को शिकार बनाया था. गांव के प्रहलाद गुर्जर और माधव गुर्जर के ढाबे में तेंदुआ घुस गया था. करीब 20 दिन पहले करणपुरा गांव में भी तेंदुआ आ गया था. इसके पहले भी प्रेमपुरा गांव के एक व्यक्ति पर हमला कर दिया गया था. ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए के आतंक से रहवासी इतने परेशान हैं कि मवेशियों को चराने के लिए जंगल में जाने से भी घबरा रहे हैं. वहीं, मनासा वन मंडलाधिकारी आरआर परमार ने बताया कि वन विभाग की टीम सूचना मिलते ही तेंदुए का रेस्क्यू करने गांव पहुंच चुकी है. किसी के बाड़े में तेंदुआ आ गया है. रेस्क्यू कार्य जारी है.

Last Updated : Jul 31, 2024, 4:16 PM IST

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