रामपुर: उत्तर प्रदेश का रामपुर जिला उत्तराखंड की सीमा से सटा हुआ है. यही कारण है कि यहां पर कोसी, रामगंगा और पीलाखार जैसी प्रमुख नदियां बारिश में अपना रौद्र रूप दिखाकर लोगों की धड़कने तेज करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ती हैं. पहाड़ों पर बारिश हो रही है और अब धीरे-धीरे इन नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है.
रामपुर में बाढ़ के पानी के बीच फंसे लोगों को निकालती रेस्क्यू टीम. (Video Credit; ETV Bharat) अजीमनगर में बाढ़ का पानी घरों तक घुस गया है. इसके चलते यहां के 3 परिवार के 24 लोग बाढ़ के पानी में फंस गए. 36 घंटे से फंसे इन लोगों को NDRF-SDRF की रेस्क्यू टीम ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला. घरों के चारों ओर 10 से 12 फीट बाढ़ का तेज पानी बह रहा था. टीम ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया हैं.
बाढ़ की स्थिति में नियंत्रण बनाए जाने को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. खुद जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र बाढ़ क्षेत्र इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं. जिला प्रशासन की अगुवाई में नहर विभाग की ओर से 35 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं. साथ ही कंट्रोल रूम भी बनाया गया है.
रेस्क्यू टीम के हेड कांस्टेबल सुशील कुमार ने बताया कि ये लोग लगभग 36 घंटे से फंसे हुए थे. रेस्क्यू टीम विश्वजीत मलिक ने बताया कि हम लोग नाव से बाढ़ के पानी के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ला रहे हैं.
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