पटना: बिहार और झारखंड में बढ़ते घुसपैठ और नक्सलवाद पर कड़ी कार्रवाई के तहत सीमा सुरक्षा बल (SSB) ने भारत-नेपाल सीमा पर तैनात अपनी 12वीं वाहिनी द्वारा कुल 1749 मामलों में 1555 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन गिरफ्तारियों में मादक द्रव्य, मानव तस्करी, हथियारों की तस्करी, भारतीय जाली मुद्रा, वन्य उत्पाद और पालतू जानवरों की तस्करी शामिल हैं.
नक्सलवाद और अवैध घुसपैठ रोकने की कवायद: भारत और भूटान के नागरिकों को छोड़कर अन्य देशों के नागरिकों की अवैध घुसपैठ रोकने में भी 7 गिरफ्तारियां की गई हैं. SSB पटना ने नक्सल विरोधी अभियान में 30 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और एक नक्सली ने समर्पण किया. इस दौरान 11 आईडी, 89 हथियार और 303 कारतूस भी जब्त किए गए हैं. साथ ही, SSB ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 2900 एकड़ अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया और 253 किलो मादक पदार्थ भी जप्त किया.
समाज कल्याण में योगदान : SSB अपने तैनाती क्षेत्रों में समाज कल्याण के कई कार्यक्रमों का आयोजन करता है. वर्ष 2024 में 641 चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए, जिसमें 44850 ग्रामीणों को और 133 पशु चिकित्सा शिविरों में 19962 पशुओं को इलाज मिला. इसके अलावा, युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसमें 4744 युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया.
''2024-25 तक SSB का लक्ष्य नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करना है. आगामी तीन-चार महीनों में नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा.''- नैयर हसनैन खान, महानिरीक्षक, SSB
डीजीपी का दावा: गृह विभाग ने 2024 तक अपराध की दर में गिरावट का दावा किया बिहार के गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद ठाकुर और DGP विनय कुमार ने दावा किया है कि 2024 में नवंबर तक बिहार में अपराध का ग्राफ कम हुआ है. उन्होंने बताया कि इस दौरान 3 लाख 526 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई, साथ ही 92 नियमित और 4861 अवैध हथियार, 165 देशी बम, 22,632 कारतूस, और 604 डेटोनेटर बरामद किए गए हैं.
डकैती, चोरी और दंगे में गिरावट : अरविंद ठाकुर ने कहा कि डकैती और चोरी के मामलों में क्रमशः 15.36% और 15.93% की कमी आई है, जबकि दंगों में भी 15.82% की गिरावट दर्ज की गई है. नक्सल गतिविधियों में भी कमी आई है और कारवाई लगातार जारी है.