दंतेवाड़ा में 2 नक्सलियों ने किया सरेंडर, लोन वर्राटू अभियान से हुए प्रभावित - Naxalites surrender
लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर 1 महिला सहित 2 माओवादियों ने सरेंडर किया है. आत्मसमर्पित माओवादी नक्सली बंद के दौरान रोड खोदने और नक्सली बैनर, पोस्टर लगाने की घटनाओं में शामिल थे.
नक्सलियों ने किया सरेंडर (ETV Bharat Chhattisgarh)
दंतेवाड़ा :मलांगेर एरिया कमेटी के 2 नक्सलियों ने आज सरेंडर किया. इनमें एक महिला नक्सली भी शामिल है. पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन (रापुसे) के सामने डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
नक्सलियों का सरेंडर : ककाड़ी आरपीसी मिलिशिया डिप्टी कमाण्डर राजू वेट्टी की उम्र 33 साल है. वह सोमापारा थाना अरनपुर का निवासी है. वहीं ककाड़ी आरपीसी मिलिशिया सदस्य और महिला नक्सली लक्खे हेमला ने भी सरेंडर किया है. वह ककाड़ी चूलापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा की निवासी है.
नक्सल पुनर्वास नीति का मिलेगा फायदा: आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है. दोनों को छत्तीसगढ़ शासन से मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी दी जाएगी.
लोन वर्राटू अभियान की सफलता:पुलिस का कहना है कि नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का फायदा मिल रहा है. जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क और संवाद कर रही है. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 193 इनामी सहित कुल 866 माओवादी आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं.
गांव गांव में नक्सल पुनर्वास नीति का प्रचार:पुलिस का कहना है कि गांव गांव में शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है. इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है.
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और उनके शोषण, अत्याचार के साथ ही स्थानीय आदिवासियों पर होने वाली हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में जुड़े युवा अब समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प कर रहे हैं.