सुकमा :बस्तर में पुलिस अब नक्सलियों के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ रही है. इसी कड़ी में मुखबिर की सूचना पर नक्सलियों के सप्लायर को पुलिस ने दबोचा है. पुलिस को मुखबिर से नक्सली सामग्री सप्लाई करने की सूचना मिली थी. इस सूचना पर दोरनापाल थाने से टीम को रवाना करके देवरपल्ली में MCP की कार्रवाई 9 जून को शुरू की गई. इसी बीच कार्रवाई के दौरान जंगल में एक संदिग्ध व्यक्ति को घेराबंदी करके दबोचा गया.जिसकी तलाशी लेने पर पुलिस हक्की बक्की रह गई.
नक्सल सप्लायर करने वाला था बड़ा कांड, अनहोनी से पहले ही पुलिस ने अर्बन नेटवर्क की तोड़ी कमर - urban network of Naxalites
Action against urban network of Naxalites नक्सली मोर्चे पर पुलिस के लिए साल 2024 काफी कारगर साबित हो रहा है. नक्सली मोर्चे पर सुकमा पुलिस को सफलता मिल रही है. मुठभेड़, गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण के अलावा अब पुलिस नक्सलियों के सप्लाई नेटवर्क की भी कमर तोड़ रही है. पुलिस अब अर्बन नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. 11 जून को सुकमा पुलिस ने एक शहरी नक्सली सप्लायर को गिरफ्तार किया है. जिसके कब्जे से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्रियों के साथ नक्सल सामग्री बरामद की है.Naxal supplier arrested
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jun 12, 2024, 5:14 PM IST
संदिग्ध शख्स के पास से बारुद बरामद :जिस व्यक्ति को सर्चिंग टीम ने दबोचा उसके पास एक प्लास्टिक की बोरी थी.जिसमें 2 बंडल बिजली वायर, 05 नग इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5 मीटर कोडेक्स वायर, 20 नग जिलेटिन रॉड, 10 नग पोलिबियांन इंजेक्शन, 07 नग न्यूरोबियांन इंजेक्शन, कॉटन पट्टी 1 पैकेट, ग्लूकोज बॉटल 5 नग, ड्रिप 5 नग, सिरिंज 10 नग, सिट्रीजन टैबलेट 10 पत्ता, नक्सली साहित्य 4 नग, पर्चा पाम्पलेट और लाल रंग के कपड़े में बने नक्सली बैनर को बरामद किया. जिसके संबंध में कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं किया गया.
कौन है नक्सल सप्लायर ? :जिस शख्स को सर्च टीम ने अरेस्ट किया उसने अपना नाम कृष्ण कुमार कड़ती बताया.जो बीजापुर के पामेड़ का निवासी है. कड़ाई से पूछताछ करने पर कृष्ण कुमार ने नक्सलियों के लिए कमीशन पर सप्लाई का काम करने की बात स्वीकारी. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने बताया कि नक्सली संगठन के बड़े कमांडरों के बताए अनुसार दोरनापाल के मरघट के पास जंगल में एक निश्चित स्थान पर एक व्यक्ति आकर उन्हें लिस्ट के अनुसार सामान देकर जाता है. उस व्यक्ति का नाम पता नहीं जानने की बात नक्सलियों ने कही थी. लेकिन चेहरे के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरु की गई. गिरफ्तारी के बाद सप्लायर के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है.