सागर।देश के बीचोंबीच बसे मध्यप्रदेश से देश का सबसे बड़ा नेशनल हाइवे गुजरता है. नेशनल हाइवे 44 कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ता है. इस नेशनल हाइवे पर वाहनों का भारी दबाव है. तेज रफ्तार दौडते भारी वाहनों के कारण हाइवे पर खतरे भी कम नहीं हैं. मध्यप्रदेश के सागर से यूपी के ललितपुर तक नेशनल हाइवे पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं. एनएचएआई ने इन दोनों शहरों के बीच हादसों को कम करने के लिए अंडरपास बनाने का फैसला किया है.
ललितपुर-सागर के बीच लगातार हो रहे हादसे
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के सबसे बडे नेशनल हाइवे की सौगात दी थी. भारत के दो छोरों को जोड़ने वाले इस हाइवे की कुल लंबाई 4112 किमी है. मध्यप्रदेश से नेशनल हाइवे 44 का बड़ा हिस्सा गुजरता है. उत्तर की तरफ से यूपी के ललितपुर से ये नेशनल हाइवे मध्यप्रदेश के सागर को जोड़ता है. ललितपुर और सागर के बीच की 110 किमी की दूरी सफर करने वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है. क्योंकि इस बीच 26 जगहें ऐसी है, जहां आए दिन हादसे होते हैं और कई लोग जान गंवा चुके हैं. ऐसे में नेशनल हाइवे के सर्वे में 26 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं. अब हादसे रोकने के लिए एनएचएआई ने गंभीरता से काम शुरू कर दिया है. ये ब्लैक स्पॉट सागर जिले की सीमा में 24 और ललितपुर जिले में 2 हैं.
नेशनल हाइवे 44 सागर से ललितपुर के बीच रोड की हालत (ETV BHARAT) ललितपुर से सागर के बीच बनेंगे 26 अंडरपास (ETV BHARAT) ललितपुर से सागर के बीच बनेंगे 26 अंडरपास
नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया की सागर ईकाई ने इन ब्लैक स्पॉट खत्म करने के लिए कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है. इसके तहत ललितपुर से सागर के बीच पड़ने वाले तिराहों और चौराहों पर हादसों को कम करने के लिए 26 ब्लैक स्पॉट पर अंडरपास और सर्विस रोड बनायी जाएगी. यूपी के ललितपुर से एमपी के सागर तक 26 अंडरपास बनाने का काम शुरू हो गया. नेशनल हाइवे 44 में सागर और ललितपुर के बीच बनने वाले अंडरपास के दोनों तरफ 300-300 मीटर लंबी सर्विस रोड बनाए जा रही है.
नेशनल हाइवे 44 की राह खतरों से खाली नहीं (ETV BHARAT) सागर से ललितपुर के बीच लगाताार हो रहे सड़क हादसे (ETV BHARAT) एनएचएआई ने सर्वे के बाद बनाई कार्ययोजना
एनएचएआई सागर के परियोजना निदेशक सुनील शर्मा बताते हैं "लगातार ललितपुर और सागर के बीच हादसे हो रहे हैं. हमनें सर्वे कराया तो पता चला कि इन दोनों शहरों के बीच 26 ऐसे तिराहे, चौराहे हैं, जहां सबसे ज्यादा हादसे हो रहे हैं. इनको ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित करके कार्ययोजना तैयार की गयी है. इस कार्ययोजना के तहत सागर से ललितपुर के बीच करीब 110 किमी में 26 अंडरपास बनाएं जाएंगे, जिनमें सागर जिले की सीमा में 24 और ललितपुर की सीमा में 2 अंडरपास हैं. कई जगहों पर काम भी शुरू हो गया है."