विश्वास स्वरूपम विवाद पर बोले विधायक (ETV Bharat Rajsamand) राजसमंद : जिले के नाथद्वारा में दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा को लेकर विधानसभा और संसद में सवाल उठने के बाद मिराज समूह सीएमडी मदन पालीवाल ने कहा कि जिनको विश्वास स्वरूपम बोलना नहीं आता, वे मूर्ति के बारे में कमेंट कर रहे हैं. प्रेसवार्ता के माध्यम से मिराज समूह सीएमडी पालीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. इस पर नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने फिर पलटवार कर कहा कि मेरा सवाल अटल है. इसका जवाब सरकार देगी, उसके बाद ही अगला निर्णय लिया जाएगा. विधायक ने कहा कि लाेगों का मूर्ति के अंदर जाना कितना उचित और सही है, आप ही बताएं.
नाथद्वारा में अधर्म हो रहा है : नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ गत दिनों 30 जुलाई 2024 रात को सायों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास में निर्माणाधीन भवन ढहने से हुए हादसे से पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. चिकलवास में पत्रकारों से बात करते हुए विधायक विश्वराज ने कहा कि धर्म की बात है कि मूर्ति के अंदर कोई कैसे जा सकता है? मेरा कल भी सवाल वही था और आज भी वही है. विधानसभा में भी इसीलिए सवाल उठाया. मेरा सरकार से सवाल था कि नाथद्वारा में अधर्म हो रहा है, उस पर सरकार क्या करना चाहती है? अब उसका जवाब आएगा, उसी अनुरूप अग्रिम कार्रवाई होगी.
पढ़ें.मिराज समूह के सीएमडी मदन पालीवाल बोले- जिनको विश्वास स्वरूपम बोलना नहीं आता, वो सवाल कर रहे हैं
मिराज समूह सीएमडी पालीवाल के कमेंट को लेकर उन्होंने कहा कि पालीवाल ने जो कहा है, वह उनकी सोच है. उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी. जो उनको बताना था, वह बता दिया. मुझे जो कहना था, विधानसभा में कह चुका हूं. विधानसभा में जो कहा है, उसमें और ज्यादा क्या जोड़ सकता हूं? मुझे खुशी है कि मैंने यह मुद्दा उठाया, तो ज्यादातर लोग मुझसे संतुष्ट है. विधायक ने कहा कि धर्म की बात है, आपके भी घर में कोई मूर्ति या भगवान का चित्र होगा, तो क्या कोई भी मूर्ति या चित्र को पैर से छुएगा, नहीं ना?
नाथद्वारा में बनी है 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा :मिराज समूह सीएमडी मदन पालीवाल ने नाथद्वारा में नगरपालिका से जमीन लेकर 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा का निर्माण करीब दो साल पहले करवाया था. प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं. यहां लोगों के मनोरंजन को लेकर रोपवे, ट्रेन सहित कई गतिविधियां हैं. शिव प्रतिमा पर लिफ्ट के जरिए पहुंचना और जलाभिषेक भी करवाया जाता है. शिव प्रतिमा के कंधे के पास ग्लास की सीढ़ी है, जिस पर चलते लोग शहर का विंहगम दृश्य देखते हैं. अब तक इस प्रतिमा को करीब 15 लाख लोग देख चुके हैं.