मुरैना।मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा क्षेत्र के नायकपुरा गांव में मतदान के दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. कांग्रेस नेता केपी कंषाना अपनी मां और भाई को साथ लेकर पोलिंग बूथ पर मतदान करने गए थे. कांग्रेस नेता केपी कंषाना ने कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मंत्री के इशारे पर ही उनके साथ मारपीट की गई. पुलिस ने उपद्रवियों के कब्जे से उनको सुरक्षित बाहर निकाला.
कांग्रेस नेता ने लगाया मारपीट का आरोप
मतदान करने गए कांग्रेस नेता केपी कंषाना ने मंत्री के इशारे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि उनके मां और भाई के साथ भी मारपीट की गई. केपी कंषाना ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि पुलिस के सामने उनके साथ मारपीट की गई और पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की. इधर पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग अलग थानों में बैठाया है. केपी कंषाना कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना का नाती लगता है. सरायछौला थाना प्रभारी भूमिका दुबे का कहना है कि "झगड़े की सूचना मिली थी तो हम लोग पहुंच गए थे और दोनों पक्षों को अलग कराया वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है."
ग्वालियर में सीआरपीएफ जवान के साथ बहस
कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक मंगलवार को अपने भ्रमण के दौरान आमखो स्थित आयुर्वैदिक कॉलेज के मतदान केंद्र पर सीआरपीएफ के जवान से भिड़ गए. सीआरपीएफ जवान ने मोबाइल लेकर आए एक अधेड़ उम्र के वोटर को बाहर मोबाइल छोड़कर आने को कहा था, इसी बीच वहां पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक का पहुंचना हो गया. जब उन्होंने वोटर को जाते देखा तो उन्होंने सीआरपीएफ जवान से नाराजगी जताते हुए कहा कि वह किसी भी वोटर को वोट डालने से नहीं रोक सकते हैं. इस दौरान सीआरपीएफ का जवान चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मोबाइल नहीं ले जाने देने की जिद पर अड़ा था. बता दें कि प्रवीण पाठक का विधानसभा चुनाव के दौरान अवाडपुरा के एक मतदान केंद्र पर तत्कालीन कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह से भी विवाद हुआ था.