चयनित पटवारियों का 25 फरवरी से पहले दस्तावेज सत्यापन कराने का आदेश, सभी जिलों के कलेक्टर्स की बुलाई गई बैठक
Mp patwari bharti document verification : मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा 2022-23 के लिए राजस्व विभाग ने सभी कलेक्टरों को चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग को लेकर आदेश जारी किया है.
चयनित पटवारियों का 25 फरवरी से पहले दस्तावेज सत्यापन कराने का आदेश
भोपाल. विवादों से घिरी मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की पटवारी भर्ती परीक्षा 2022-23 में सरकार ने भर्ती के आदेश जारी कर दिए हैं. भर्ती परीक्षा में क्लीन चिट मिलने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने संबंधित सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं. एमपी की मोहन सरकार ने जल्द से जल्द चयनित हुए पटवारियों के दस्तावेज सत्यापन और काउंसलिंग (Mp patwari bharti document verification) करने की बात कही है.
25 फरवरी तक करें काउंसलिंग व दस्तावेज सत्यापन
मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा 2022-23 (Mp patwari bharti) के लिए राजस्व विभाग ने सभी कलेक्टरों को चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग को लेकर आदेश जारी किया है. इस आदेश में साफ लिखा है कि 25 फरवरी तक चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और दस्तावेज के सत्यापन का कार्य पूरा होना है. इसके लिए समस्त जिलों के कलेक्टर्स व नोडल अधिकारियों को 18 फरवरी शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ना है.
आदेश में साफ लिखा है कि 25 फरवरी तक चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और दस्तावेज के सत्यापन होना है.
एक हफ्ते के अंदर हों सारे काम
पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज परीक्षण व चयन को लेकर बैठक में निर्देश दिए जाएंगे. इसे लेकर राजस्व विभाग प्रमुख सचिव निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने आदेश जारी किया है. आदेश में यह भी कहा गया है कि विषय महत्वपूर्ण है और समय सीमा में कार्य किया जाना है. माना जा रहा है कि शुरुआत में आधे या चयनित अभ्यर्थियों के कुछ प्रतिशत को पहले चरण में भर्ती किया जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि चयनित अभ्यर्थियों के अयोग्य होने या दस्तावेज प्रस्तुत न कर पाने की स्थिति में वेटिंग वाले अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा.
पटवारी भर्ती परीक्षा 2022-23 के साथ अन्य विभाग जैसे नगर निगम, जनसंपर्क विभाग (mp jansampark vibhag) आदि की भी परीक्षा साथ ली गई थी. उम्मीद की जा रही है कि अन्य विभागों में नियुक्ति के आदेश जल्द जारी होंगे. बता दें कि नगर निगम, जनसंपर्क जैसे विभागों में पदों की संख्या कम और अभ्यर्थियों की संख्या काफी ज्यादा है, जिनकी दस्तावेज सत्यापन में छंटनी हो सकती है. दरअसल, विभाग द्वारा मांगी गई शर्तों को पूरा नहीं कर पाने वाले चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिलेगी और वेटिंग वाले अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा.