भोपाल: मध्य प्रदेश में बिजली की खपत और उत्पादन की सटीक रीडिंग और बिलिंग के काम से राहत पाने के लिए बिजली कंपनियां द्वारा प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर लगाने जा रहे हैं. प्रदेश के 16 जिलों में करीबन 94 हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. वहीं बाकी बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से जोड़ा जा रहा है, लेकिन अब अप्रैल माह से ऐसे सभी बिजली उपभोक्ताओं की जेब पर स्मार्ट मीटर के नाम पर बोझ बढ़ने जा रहा है.
स्मार्ट मीटर के लिए बिजली उपभोक्ताओं से 25 हजार रुपए की राशि वसूली जाएगी. हालांकि यह राशि किस्तों में आगामी दस सालों में ली जाएगी. इसके खिलाफ विभाग से रिटायर्ड दो अधिकारियों ने नियामक आयोग में आपत्ति दर्ज कराई है.
इस तरह वसूली जाएगी 25 हजार की राशि
स्मार्ट मीटर और इसके लगाने वाले आने वाला वित्तीय भार बिजली कंपनियां बिजली उपभोक्ताओं से ही वसूलने की तैयारी कर रही हैं. इसके लिए हर उपभोक्ता से 25 हजार रुपए की राशि वसूली जाएगी. यह राशि किस्तों में बिजली बिल के साथ ही हर माह जुड़कर आएगी. हालांकि बिल में वसूली जाने वाली इस राशि को अलग से नहीं दर्शाया जाएगा. इस तरह आगामी दस सालों में किस्तों में इस पूरी राशि को बिजली उपभोक्ताओं के जेब से ही लिया जाएगा.