भोपाल।भीषण गर्मी से परेशान मध्य प्रदेश वासियों को जल्द ही राहत मिल सकती है. बताया जा रहा है कि एमपी में मॉनसून तय समय से पहले एंट्री मारने जा रहा है. जिस गति से मॉनसून बढ़ रहा है, उसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने ये अनुमान लगाया है. वहीं प्री मॉनसून एक्टिव होने से पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी जिलों में बारिश के साथ तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं समय पर बारिश होने से किसानों सहित किस क्षेत्र में कितना फायदा होगा, आइये जानते हैं.
इस बार एमपी में अच्छी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक मॉनसून ऑन टाइम है या बिफोर टाइम भी कह सकते हैं. मतलब मॉनसून समय पर चल रहा है. इस बार मॉनसून में किसी भी तरह की देरी नहीं है. आज यानि की 9 जून को देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना दर्ज की गई है. इस बार देश में महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश दर्ज की गई है. एमपी के दक्षिणी भागों में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है.
किसानों के लिए सही समय पर मॉनसून वरदान
बारिश से किसानों को खेती में फायदा होगा. जून और जुलाई को कृषि के लिए मॉनसून को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है. इसकी वजह है कि खरीफ फसलों की अधिकांश बुवाई इसी दौरान होती है. वर्तमान में अल नीनो की स्थिति बनी है. वहीं अगस्त और सितंबर में ला नीना की स्थिति बन सकता है. मॉनसून की बारिश के इंतजार में किसान बैठा है. जैसे ही मॉनसून की बारिश शुरू होगी, किसान अपनी बुवाई में लग जाएगा. इस दौरान सोयाबीन, मूंगफली और मक्के की फसल की बुवाई करने से किसानों को फायदा मिलेगा. इसकी वजह है, कि यह ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है.
मॉनसून आने से किसानों की बुवाई के साथ यह पौधों को पनपने के लिए पर्याप्त नमी भी सुनिश्चित करता है. कृषि निर्भर अर्थव्यवस्था के लिए सही समय पर मॉनसून किसी औषधि से कम नहीं है.