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आचार संहिता खत्म होते ही कर्मचारी हुए उग्र, बड़े आंदोलन की तैयारी में मध्य प्रदेश के बिजली कर्मी - MP Electricity Department Agitation - MP ELECTRICITY DEPARTMENT AGITATION

लोकसभा चुनाव समाप्त होने के साथ ही आचार संहिता भी खत्म हो गई है. मध्य प्रदेश में आचार संहिता खत्म होते ही कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. बिजली विभाग के कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है.

MP ELECTRICITY DEPARTMENT AGITATION
ड़े आंदोलन की तैयारी में मध्य प्रदेश के बिजली कर्मी (Getty Image)

By IANS

Published : Jun 10, 2024, 3:38 PM IST

भोपाल। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही मध्य प्रदेश में कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने की तैयारी में हैं. बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तो संविदा नीति लागू न होने पर जुलाई में बड़े आंदोलन का ऐलान तक कर दिया है. राजधानी के एमपी नगर स्थित बिजली दफ्तर के सामने यूनाइटेड फोरम ऑफ इंप्लाइज और इंजीनियर्स के बैनर तले कर्मचारियों ने सोमवार को सांकेतिक प्रदर्शन किया.

नई संविदा नीति का इंतजार कर रहे कर्मचारी

प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि 30 जून तक संविदा नीति लागू की जाए. अगर ऐसा नहीं होता है, तो वह जुलाई माह में प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होंगे. ज्ञात हो कि जुलाई 2023 में लाल परेड मैदान में संविदा कर्मियों की महापंचायत बुलाई गई थी. उसमें कर्मचारियों के हित में फैसला लिए जाने का वादा किया गया था. इसी माह कैबिनेट की बैठक में संविदा नीति 2023 को मंजूरी दे दी गई थी. कई विभागों में नई संविधान नीति को लागू कर दिया गया है. जबकि बिजली कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. बिजली विभाग में लगभग 6000 संविदा कर्मी हैं. जो नई संविदा नीति का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें लाभ मिल सके.

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जुलाई में प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी

विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि 'राज्य के ऊर्जा मंत्री भी अधिकारियों को नई संविदा नीति तैयार कर जारी करने के निर्देश दे चुके हैं. मगर अब तक इस पर अमल नहीं हो रहा है. बिजली कर्मचारी संगठन की ओर से ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव से लेकर पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक से लगातार संविदा नीति लागू कर कर्मचारियों को लाभ दिए जाने की मांग की जा रही है. कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर 30 जून तक नई संविदा नीति लागू नहीं की गई तो जुलाई के पहले सप्ताह में प्रदेश व्यापी बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

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