भोपाल: भाजपा ने मध्यप्रदेश में होने वाले दो विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. विदिशा लोकसभा सीट से सांसद रहे रमाकांत भार्गव को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है. बता दें कि शिवराज सिंह चौहान को भाजपा ने विदिशा लोकसभा सीट प्रत्याशी बनाया था. ऐसे में पार्टी को रमाकांत भार्गव का टिकट काटना पड़ा था. अब उन्हें शिवराज की जगह बुधनी से टिकट देकर एडजस्ट किया गया है. वहीं भाजपा ने श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से राम निवास रावत को प्रत्याशी बनाया है. इससे पहले भी रावत विजयपुर से कांग्रेस विधायक थे. लेकिन उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन की है. इसीलिए विजयपुर विधानसभा सीट खाली हुई है.
पहले से तय था टिकट, चुनाव वाहन का फोटो वायरल
बता दें कि रमाकांत भार्गव को बुधनी विधानसभा सीट से भले ही शनिवार को टिकट देने की घोषणा हुई है. लेकिन पहले से ही उन्हें टिकट मिलना तय था. पार्टी ने उन्हें पहले से ही आश्वस्त कर दिया था. जिसकी वजह से उन्होंने टिकट घोषित होने से पहले ही चुनाव प्रचार की तैयारियां शुरु कर दी थी. रमाकांत भार्गव के चुनाव प्रचार वाहन की फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है. वहीं रमाकांत भार्गव को शिवराज सिंह चौहान का भी करीबी माना जाता है. करीब छह बार रमाकांत भार्गव शिवराज सिंह चौहान के चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
टिकट की शर्त पर भाजपा में आए थे रावत
इधर विजयपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे राम निवास रावत पहले ही केबिनेट मंत्री का पद और उपचुनाव में यहां से पार्टी का टिकट देने के वादे के साथ ही भाजपा में आए थे. ऐसे में पार्टी का उन्हें टिकट देना तय था. दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक और मंत्री बनाने की शर्त पर ही वो भाजपा में आए हैं. उन्हें राज्य सरकार में वन मंत्री बनाया गया है.
30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे प्रत्याशी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने बताया कि, ''18 अक्टूबर 2024 को गजट नोटिफिकेशन जारी होगा. इसके बाद 25 अक्टूबर 2024 तक नाम निर्देशन भरने की अंतिम तारीख है. 28 अक्टूबर को प्रत्याशियों की स्क्रूटनी होगी. वहीं 30 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकते हैं. विजयपुर और बुधनी दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में 13 नवंबर को मतदान होगा. इसके परिणाम 23 नवंबर को आएंगे.'' मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि दोनों ही जिलों में आचार संहिता का सख्ती से पालन कराया जाएगा.