भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में खाद संकट को लेकर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया. शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस विधायक खाद की बोरियां लेकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसान खाद न मिलने से परेशान है और सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है. उधर कांग्रेस ने खाद संकट को लेकर सरकार से जवाब मांगा और जवाब न मिलने पर सदन से वॉकआउट कर दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस खेमों में बंटी है, इसलिए कांग्रेस विधायक अलग-अलग प्रदर्शन कर रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने मांगा सरकार से जवाब
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में खाद संकट का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि "प्रदेश के किसान पिछले एक माह से खाद के लिए परेशान हैं. आखिर सरकार खाद का इंतजाम क्यों नहीं कर रही. खाद की कमी है तो सरकार विदेश से खाद बुलाए. उन्होंने कहा कि मुद्दे पर सदन में चर्चा तो हो जाएगी, लेकिन प्रदेश के किसानों को खाद कब मिलेगी. उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से जवाब देने की मांग की."
एमपी में हंगामेदार रहा शीतकालीन सत्र का पहला दिन (ETV Bharat) इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी की और फिर सदन से वॉक आउट कर दिया. उधर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमरने कहा कि "इस मुद्दे पर चर्चा निर्धारित है, इसमें पक्ष और विपक्ष अपनी बात रखेंगे.
मध्य प्रदेश विधानसभा का पहला दिन (ETV Bharat) बीजेपी बोली-खेमों में बंटी कांग्रेस
उधर इसके पहले कांग्रेस विधायक खाद की बोरियां लेकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश के किसान खाद के लिए परेशान हो रहे हैं और सरकार सिर्फ बयानबाजी कर रही है. किसानों को पिछले एक माह में सरकार खाद उपलब्ध नहीं करा सकी है. इसलिए सरकार को जगाने विधानसभा खाद की बोरियां लेकर आना पड़ रहा है. कांग्रेस विधायकों ने सदन में खाद की बोरियां ले जाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बोरियां ले जाने से रोक दिया."
उधर कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकरबीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि "कांग्रेस खेमों में बंटी है. जीतू पटवारी ने घेराव का आव्हान किया तो सदन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने खाद संकट को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. पूरे कांग्रेस एक-दूसरे को कमतर बताने और अपने नंबर बढ़ाने की रेस में जुटा हुआ है.