भोपाल:मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की अधिसूचना के साथ ही इसको लेकर अब सियासत गर्मा गई है. विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार प्रतिनिधिमंडल के साथ राजभवन पहुंचे. जहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल को ज्ञापन सौंपकर बजट सत्र की समय सीमा बढ़ाए जाने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा के इतिहास में यह सबसे छोटा विधानसभा सत्र है. इसमें विधानसभा की सिर्फ 9 बैठकें होनी है. उमंग सिंघार के साथ उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया और आरिफ मसूद भी मौजूद रहे.
मध्य प्रदेश को बना दें केन्द्र शासित प्रदेश
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि "मध्य प्रदेश के इतिहास के अंदर बजट सत्र इतना छोटा कभी नहीं रखा गया. सरकार जनता से जुड़े जनप्रतिनिधियों के सवालों से घबराती है. जिस तरह का बजट सत्र बुलाया गया है, उससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश की मोहन सरकार विपक्ष से घबरा रही है. हमने राज्यपाल को ज्ञापन देकर मांग की है कि बजट सत्र बढ़ाया जाना चाहिए.
राज्यपाल ने भी हमें आश्वासन दिया है कि इस मामले में सरकार से बात करेंगे. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है, तो राज्य सरकार केन्द्र को मध्य प्रदेश में केन्द्र शासित राज्य बनाने का प्रस्ताव भी दे. यदि प्रदेश की विधानसभा में जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को नहीं रख सकते तो फिर चुनाव कराने की जरूरत ही नहीं है."