भोपाल: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू होने जा रही है. इस बार स्कूल शिक्षा विभाग ने परीक्षा को लेकर कई बदलाव किए हैं. जिससे परीक्षा का संचालन पारदर्शिता के साथ किया जा सके, और फेल होने वाले विद्यार्थियों को एक बार और मौका दिया जा सके. फेल विद्यार्थियों को पुनः परीक्षा का एक और मौका मिलने से बच्चों का साल बर्बाद नहीं होगा. इसके साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 5वीं-8वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर अन्य बदलाव भी किए गए हैं.
स्कूल से 3 किलोमीटर दूरी पर होंगे परीक्षा केंद्र
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार हर जनशिक्षा केंद्र के तहत पांच केंद्र बनाए जाएंगे. इन परीक्षा केंद्रों पर 250 से अधिक विद्यार्थियों को शामिल नहीं किया जाएगा. विद्यार्थियों को अधिक दूरी पर परीक्षा देने न जाना पड़े, इसके लिए स्कूल से 3 किलोमीटर की दूरी पर परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे. हालांकि विशेष परिस्थियों में जिला पंचायत के सीईओ की अनुमति लेकर परीक्षा केंद्रों की संख्या में विस्तार किया जा सकेगा.
इस बार लागू होगी डिटेंशन पॉलिसी
बता दें कि इस बार 5वीं-8वीं बोर्ड परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं. इन परीक्षाओं के व्यवस्थित संचालन के लिए राज्य और जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी बनाए गए हैं. खास बात यह है कि इस बार विभाग ने 5वीं-8वीं बोर्ड परीक्षा में डिटेंशन पॉलिसी लागू की है. इसके तहत परीक्षा में निर्धारित पासिंग मार्क नहीं लाने वाले विद्यार्थियों को पुनः परीक्षा का मौका मिलेगा. यह परीक्षा मुख्य परीक्षा के दो महीने बाद आयोजित होगी, लेकिन यदि विद्यार्थी फिर से इस परीक्षा फेल होता है, तो उसे एक बार फिर उसी कक्षा में पढ़ाई करनी होगी. प्रत्येक विषयों की परीक्षा में 60 अंक का पूर्णांक होगा, जिसमें 33 प्रतिशत यानि 20 अंक लाना अनिवार्य होगा.
एमपी माध्यमिक शिक्षा मंडल (ETV Bharat) परीक्षार्थियों की होगी ग्रेडिंग
सरकारी स्कूलों में आयोजित गतिविधियों में विद्यार्थी की उपलब्धि पर स्कूल से ग्रेड दी जाएगी. इसमें नियमितता, समय का सदुपयोग, सहयोग की भावना, संवेदनशीलता, कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर छात्र का आंकलन कक्षा के शिक्षक करेंगे. इसके साथ ही साहित्यिक, सांस्कृतिक, विज्ञान, सृजनात्मक, खेलकूद के परफार्मेंस के आधार पर भी ग्रेडिंग की जाएगी. सभी स्कूलों को विद्यार्थियों के ग्रेड व अंक 15 फरवरी तक ऑनलाइन राज्य शिक्षा केंद्र को भेजना होगा.
नकल करते पकड़ाए तो परीक्षा निरस्त
राज्य शिक्षा केंद्र के जनसंपर्क अधिकारी अमिताभ अनुरागी ने बताया कि "5वीं-8वीं बोर्ड परीक्षा के दिन जनशिक्षा केंद्र से 45 मिनट पहले प्रश्नपत्रों का बंडल केंद्राध्यक्षों की उपस्थिति में 45 मिनट पहले वितरित किया जाएगा. वहीं परीक्षा संपन्न होने के एक घंटे के अंदर सभी उत्तर पुस्तिकाओं को जनशिक्षा केंद्र पर वापस जमा करना होगा. अनुरागी ने बताया कि यदि कोई विद्यार्थी नकल करते हुए पाया जाता है, तो उसकी संबंधित विषय की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी. उसकी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन भी नहीं किया जाएगा. बल्कि परीक्षार्थी को उस विषय में फेल माना जाएगा."