कोटा.नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मंगलवार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG 2024) का परिणाम जारी कर दिया, लेकिन इस परिणाम में भी गड़बड़झाला करने का आरोप लगा है. परीक्षा में 69वीं रैंक लाने वाले कैंडिडेट के स्कोर कार्ड में 718 अंक दिखाए गए हैं, जबकि यह अंक परिणाम के अनुसार नहीं आ सकते हैं. इसको लेकर कैंडिडेट ने अब सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस पर स्पष्टीकरण भी जारी किया है. इसके तहत एनटीए ने बताया है कि 5 मई को हुई परीक्षा के आयोजन के दौरान टाइम लॉस चिंता जताते हुए कैंडिडेट ने कोर्ट केस किया था. इसमें कैंडिडेट के समय के नुकसान का पता लगाया गया था. कोर्ट के फैसले के बाद 13 जून, 2018 को तैयार किए गए नॉर्मलाइजेशन फार्मूले को कुछ कैंडिडेट के लिए लागू किया गया है. ऐसे में परसेंटाइल का नॉर्मलाइजेशन करते हुए इन कैंडिडेट को मुआवजे के रूप में अनुग्रह अंक दिए गए हैं. इनके चलते उनके 718 और 719 हो गए हैं.
इसलिए नहीं बैठता 718 का फिगर :कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि सभी कैंडिडेट को परीक्षा में 200 प्रश्न पूछे गए थे, जिनमें 180 प्रश्न करने थे. प्रत्येक सही जवाब पर चार अंक और गलत जवाब पर एक अंक काटा जाना था. ऐसे में 66 कैंडिडेट ने पूरे 180 प्रश्न सही किए हैं. कैंडिडेट ने सभी प्रश्नों के सही जवाब दिए हैं तो उसके 720 अंकों होने हैं, अगर उसने एक प्रश्न का जवाब नहीं दिया तो 716 अंक उसके होने चाहिए थे. इसी तरह प्रश्न का जवाब दिया और वो गलत निकला तब 719 अंक आने चाहिए थे. इसीलिए 718 अंक किस हिसाब से आए यह है, यह अन्य कैंडिडेट्स के समझ में नहीं आ रहा है. हालांकि एनटीए ने यह साफ कर दिया है.