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एक लूटकांड में दो FIR, मोतिहारी पुलिस का कारनामा, लूट के तरीके भी बदले.. पीड़ित ही गिरफ्तार - Motihari Police

Motihari Loot Case: बिहार के मोतिहारी में लूट मामले में पुलिस के द्वारा दो-दो महीने में अलग-अलग एफआईआर दर्ज करने का मामला सामने आया है. सबसे हैरानी की बात है कि दोनों आवेदन में लूट के तरीके बदल दिए गए हैं. पुलिस ने आरोपी के बजाय पीड़ित को ही गिरफ्तार कर लिया है. पढ़ें पूरी खबर.

मोतिहारी पुलिस का कारनामा
मोतिहारी पुलिस का कारनामा (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 6, 2024, 10:41 AM IST

Updated : Aug 6, 2024, 11:14 AM IST

मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी पुलिस का हैरतअंगेज कारनामा से विभाग में हड़कंप मच गया है. लूट की घटना एक, घटनास्थल एक, लूट की राशि एक, आवेदक एक लेकिन दो अलग-अलग एफआईआर से पुलिस हैरान है. हैरानी की बात है कि दोनों एफआईआर एक ही थाने में दर्ज हुई है. पुलिस के कारनामे का आलम ये कि पीड़ित को ही गिरफ्तार कर लिया गया है.

मोतिहारी पुलिस के द्वरा दर्ज FIR की कॉपी (ETV Bharat)

डीएमसपी ने जांच की बात कहीः मामला सामने आने के बाद अरेराज डीएसपी रंजन कुमार ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है. दरअसल, यह मामला हरसिद्धि थाना से जुड़ा हुआ है. आवेदक अप्पू कुमार को पुलिस ने हरसिद्धि थाना क्षेत्र में स्पंदना स्फूर्ति बैंक में हुए आठ लाख रुपए लूट कांड में 4 अगस्त को गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले का खुलासा हुआ, क्योंकि अप्पू कुमार ही आवेदक है और उसी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

"हरसिद्धि थाना में एक ही कांड में दो एफआईआर दर्ज होने का मामला संज्ञान में आया है. दोनों एफआईआर भिन्न-भिन्न थानाध्यक्ष ने अलग-अलग तिथि में दर्ज की है. आवेदन में एक ही वादी स्पंदना स्फूर्ति बैंक के फिल्ड ऑफिसर अप्पू कुमार हैं. दोनों आवेदन भिन्न भिन्न तरीके से दिया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. थानास्तर पर कोई त्रुटि पाई जाती है दोषी पर कार्रवाई जरूर की जाएगी."- रंजन कुमार, डीएसपी, अरेराज

दो महीने में दो केस दर्जः जानकारी के मुताबिक अप्पू कुमार स्पंदना स्फूर्ति फाइनांस कम्पनी का फील्ड ऑफिसर है. जिसके आवेदन पर पुलिस ने 2 महीने में दो एफआईआर दर्ज की है. पहली प्राथमिकी 29 अप्रैल 2024 को कांड संख्या 232/24 और दूसरी एफआईआर 30 जून 2024 को कांड संख्या 371/24 दर्ज की गयी.

पहले केस में बैग गायबः थानाध्यक्ष ने पहली एफआईआर में सब-इंस्पेक्टर विभा भारती को जांच अधिकारी बनाया तो दूसरी में आईओ उगन पासवान को बना दिया. 29 अप्रैल को एफआईआर में घटनास्थल घिउवाढ़ार और समय 4 बजे बताया गया है. अप्पू ने यह आवेदन 6 अप्रैल को दिया था. आवेदन में कहा गया है कि भूतहा सिसवा घिउवाढ़ार से कलेक्शन का 2 लाख 38 हजार दस रुपए बैग में रखकर लौट रहा था. बैग को गाड़ी में टांगकर पेशाब करने गया. लौटा तो बैग गायब था.

दूसरे में बैग लूटने की शिकायतः वहीं, 30 जून को अप्पू ने फिर एक एफआईआर दर्ज करायी. इस एफआईआर में घटनास्थल घिउवाढ़ार और समय 4 बजकर 15 मिनट बताया गया है. दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि भूतहा सिसवा घिउवाढ़ार से 2 लाख 38 हजार 10 रुपये बैग में रखकर लौट रहा था. उसी दौरान घिउवाढ़ार के पास अपाची बाइक से आए दो चोर बैग झपटकर फरार हो गए. दोनों आवेदन को लेकर डीएसपी ने जांच की बात कही है.

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Last Updated : Aug 6, 2024, 11:14 AM IST

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