मुरैना: लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश के लोगों के लिए स्लोगन प्रतियोगिता शुरू की थी. इस प्रतियोगिता में चुनाव जागरूकता से जुड़े स्लोगन ऑनलाइन आमंत्रित किए गए थे. इस प्रतियोगिता में मुरैना शहर की बेटी नमिता सिंह तोमर ने भी अपना स्लोगन भेजा था. प्रदेश में लोगों को वोट डालने के लिए और जागरुक करने के लिए स्लोगन लिखने वाली चंबल की बेटी नमिता सिंह तोमर को निर्वाचन आयोग ने पुरस्कृत किया है. उन्हें पुरस्कार स्वरूप 51 हजार की राशि का चेक और प्रमाण पत्र भेजा गया है. नमिता इस साल मध्य प्रदेश में यह उपलब्धि हासिल करने वाली इकलौती बेटी हैं.
स्लोगन को प्रदेश में मिला प्रथम पुरस्कार
आपको बता दें कि, मुरैना शहर की जेल रोड पर रहने वाली नमिता सिंह पुत्री अनिल सिंह तोमर एक निजी अस्पताल में क्वालिटी मैनेजर हैं. निमिता सिंह ने बताया कि, ''निर्वाचन आयोग द्वारा स्लोगन लिखने की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें मैंने भी हिस्सा लिया था. लोकसभा चुनाव में स्लोगन प्रतियोगिता घोषित होने पर उन्होंने 13 अप्रैल को एक स्लोगन बनाया और इस स्लोगन को उन्होंने मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया. करीब चार दिन पहले उनके पास सूचना आई कि उनके स्लोगन को मध्य प्रदेश में पहला पुरस्कार मिला है.''
कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुआ सम्मान
नमिता सिंह को निर्वाचन आयोग द्वारा भेजी गई इनामी राशि का चेक और प्रमाण पत्र शुक्रवार दोपहर एडीएम सीबी प्रसाद ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में उनके माता पिता के सामने भेंट किया. नमिता सिंह ने बताया कि, ''उनके पिता शासकीय सेवा से रिटायर्ड हैं और उन्हीं से उन्हें कविताएं लिखने की प्रेरणा मिली थी. यही वजह रही कि वह यह स्लोगन लिख सकीं.'' नमिता को यह पुरस्कार मिलने पर उनके परिवारजन और शहर के लोगों ने बधाई दी है. एडीएम सीबी प्रसाद का कहना है कि, ''मुरैना की नम्रता की इस उपलब्धि ने जिले का नाम राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है.''